एक सिक्के पर पानी की कितनी बूंदें आ सकती हैं ?

बच्चो! आज मैं आपको एक बहुत ही सरल प्रयोग के माध्यम से पानी के सरफेस टेंशन के बारे में बताऊंगा। इस प्रयोग में हम देखेंगे कि एक सिक्के पर पानी की कितनी बूंदें यानी ड्रॉप्स आ सकती हैं और हम देखंगे कि पानी की बूंदें कैसे ग्रेविटी (गुरुत्वाकर्षण) को ठेंगा दिखाते हुए मोती सा बनकर गुम्बदनुमा आकार ले लेती हैं। साथ ही मैं आपको यह भी बताऊंगा कि ऐसा क्यों होता है। हां, अगर तुम इस प्रयोग में थोड़ी वैरायटी लाना चाहते हो तो सिक्के को किसी विशेष धन राशि का सिक्का मान लो, जैसे 10 रुपये का सिक्का, 20 रुपये का सिक्का या किसी खास मौके पर बने और ज्यादा रकम वाले सिक्कों का इस्तेमाल कर सकते हो। देखना बस यह है कि अलग-अलग सिक्कों पर पानी की कितनी बूंदें आ सकती हैं। यह प्रयोग करने के लिए हम लेते हैं एक 10 रुपये का सिक्का, एक आईड्रॉपर, पानी, फूड कलरिंग जिससे एक्शन देखना अधिक आसान हो जाता है और दो छोटी कटोरियां। 
अब पहले चरण में हमने दोनों कटोरियों में पानी भर दिया है और एक कटोरी में हरा फूड कलर भी मिला दिया है। इसके बाद हमने ये उठाया आईड्रॉपर, इसमें कटोरी से पानी भरा और अब हम ध्यानपूर्वक आईड्रॉपर से 10 रुपये के सिक्के के ऊपर एक-एक करके ड्राप डाल रहे हैं। अब चूंकि पानी ओवरफ्लो करने लगा है, इसलिए ड्राप डालना बंद कर देते हैं। चलिए अब हम गिनते हैं कि 10 रुपये के सिक्के पर पानी के कितने ड्रॉप्स आये- 1, 2, 3 ... अरे वाह यह तो 27 ड्रॉप्स हो गये। एक छोटे से सिक्के पर पानी के 27 ड्रॉप्स! आप इससे क्या निष्कर्ष निकालते हैं?
क्या आपको आश्चर्य हुआ कि छोटे से सिक्के पर हमारे अनुमान से भी अधिक पानी के ड्रॉप्स आ गये? सोचो, पानी की कौन सी प्रॉपर्टी या गुण के कारण बूंदें सिक्के पर चिपक गईं? दरअसल, यह सरफेस टेंशन और कोहीजन का कमाल है कि सिक्के पर इतने सारे ड्रॉप्स आ गये। 
कोहीजन एक जैसे मॉलिक्यूल्स का एक दूसरे से चिपकना (स्टिकीनेस) होता है। पानी के मॉलिक्यूल्स एक दूसरे से चिपकना पसंद करते हैं। पानी के सभी मॉलिक्यूल्स का एक-दूसरे से चिपकने का नतीजा सरफेस टेंशन होता है।
जब एक बार पानी सिक्के के किनारे पर पहुंच जाता है, तो गुम्बदनुमा आकार बनने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सरफेस टेंशन सबसे कम संभव सरफेस एरिया (जैसे बुलबुला) के साथ आकार बनाने लगता है। 
अब सोचो कि पानी की जगह तुम अगर कोई अन्य लिक्विड लोगे तो क्या होगा? क्या सिक्के पर इतने ही ड्रॉप्स बनेंगे? आप अन्य चीजों से भी इस प्रयोग को कर सकते हो। मसलन, साफ सिक्के की जगह मटमैला सिक्का ले सकते हो और फिर देखना कि क्या अंतर आता है। घर के और बर्तनों पर भी पानी डालकर आप इस प्रयोग को कर सकते हैं। लेकिन आपको इन अलग-अलग प्रयोग को एक रजिस्टर पर तिथि, ग्राफ और नतीजों के साथ रिकॉर्ड रखना होगा, तभी आपको मालूम होगा कि अंतर क्या आता है।
-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर