हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी पर बोली महबूबा - एक व्यक्ति को कैद कर सकते हो, उसके विचारों को नहीं

श्रीनगर, 23 फरवरी - पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान समेत हुर्रियत नेताओं पर भी शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस दौरान घाटी के 18 हुर्रियत नेताओं और 160 राजनीतिज्ञों से सुरक्षा वापस ले ली गई है। इस पर एतराज जताते हुए उमर अब्दुला के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हुर्रियत नेताओं की गिरफ्तारी पर कई सवाल उठाये हैं। इस संबंधी टवीट करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में हुर्रियत नेताओं और जमात संगठन के कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि वह ऐसी चालों को समझने में असफल हैं, जो सिर्फ जम्मू-कश्मीर के मामलों को सुलझाएगी। उन्होंने यह सवाल करते हुए कहा, किस कानून के आधार पर कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी को जायज ठहराया गया है? उन्होंने सरकार पर निशाना साधते कहा कि आप सिर्फ एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर सकते हो, परन्तु उसके विचारों को नहीं। बता दें कि जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को पुलिस ने शुक्रवार रात गिरफ्तार किया है।