सोया-बिनौला व चावल तेल टूटे

नई दिल्ली, 14 अप्रैल (एजैंसी) : गत सप्ताह डिब्बे में सटोरियों की बिकवाली से सोयाबीन व सरसों दोनों ही ऊपर वाले भाव से 25/50 रुपए घट गये। इसके प्रभाव से खाद्य तेलों में भी सप्ताहांत में मंदा लिये व्यापार हुआ। तेल सरसों, सोया ऊपर वाले भाव से 100 रुपए एवं बिनौला, चावल तेल 120 रुपए नीचे आ गये। अंतिम दिन दोपहर बाद घटे हुए भाव में मांग में सुधार देखा गया, जिससे यहां से फिर तेजी का यू-टर्न लगने लगा है। आलोच्य सप्ताह मलेशिया में सीपीओ के भाव सात/आठ डॉलर घटकर 534/535 डॉलर प्रति टन रह गये। इसके प्रभाव से कांदला में भी इसके भाव 70 रुपए घटकर 3700 रुपए रह गये। केएलसीई में सीपीओ वायदा 136/137 रिंग्गिट नीचे आ गया। अपै्रल का केएलसीई 2040 एवं मई का 2120 रिंग्गिट प्रति टन रह गया। जिससे सभी खाद्य तेलों में एक बार बिकवाली के प्रेशर से उत्तर भारत की मंडियों में मंदा आ गया। बिनौला व चावल तेल 120 रुपए लुढ़ककर 7180 रुपए एवं 5880 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। सरसों तेल भी ऊपर में 7600 रुपए बिकने के बाद 7520 रुपए रह गया, जबकि हरियाणा का तेल सरसों 7480 रुपए तक यहां बिकने की खबर थी। सोया रिफाइंड भी 8100 रुपए से गिरकर 8000 रुपए नीचे में बनने के बाद अंतिम दिन 8020 रुपए का व्यापार सुना गया। इसी क्रम में सोया डीगम का बाजार भी नीचे आ गया। सोयाबीन के भाव दतिया, शिवपुरी, सुजालपुर, नीमच, रतलाम लाइन में 50/60 रुपए घटकर 3740/3760 रुपए प्लांट पहुंच रह गये। सोया डीओसी भी बढ़े हुए भावों पर निर्यातकों की मांग ठंडी पड़ जाने से 400 रुपए घटकर कोटा लाइन में 33600 रुपए एवं दतिया लाइन में 33100/33200 रुपए प्रति टन रह गयी। उधर बिनौला खल भारी तेजी के बाद मुनाफावसूली बिकवाली चलने से 50 रुपए घटकर 2850/3000 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। वहीं सरसों खल में पूर्ववत स्थिरता बनी रही। अखाद्य तेलों में अरंडी तेल, कच्चे माल के भाव बढ़ने से 200 रुपए और बढ़कर 11500 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। अन्य अखाद्य तेलों में स्थिरता रही।