सिख रैफरैंस लाइब्रेरी मामले में शिरोमणि कमेटी को नोटिस जारी

चंडीगढ़, 7 नवम्बर (सुरजीत सिंह सत्ती): आप्रेश ब्लू स्टार दौरान श्री दरबार साहिब काम्पलैक्स में केंद्रीय सिख अजायबघर के तोपखाने की सिख रैफरैंस लाइब्रेरी में और श्री गुरु रामदास लाइब्रेरी में ले जाई गई सिख धर्म की हस्त लिखितों, साहित्य तथा कलाकृतियां पुन: लाइब्रेरी में सुशोभित करके संगतों के दर्शन हेतु रखने की मांग को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल एक याचिका पर शिरोमणि कमेटी को नोटिस जारी किया गया है। इस मामले की सुनवाई अब 11 दिसम्बर को होगी। याचिका में कहा गया है कि यह अहम लिखितें तथा कृतियां आर्मी, सी.बी.आई. और केन्द्र सरकार द्वारा संदिग्ध रूप में सात जून, 1984 को लाइब्रेरी से कब्जे में ले ली गई थीं पर अभी तक इन लिखितों तथा कृतियों की वापसी बारे असमंजस बरकरार है। हालांकि सी.बी.आई., आर्मी तथा केन्द्र सरकार दावा कर रही है कि यह लिखतें तथा कलाकृतियां समय-समय पर वापिस कर दी गईं पर शिरोमणि कमेटी द्वारा इन लिखितों तथा कलाकृतियों की वापसी बारे और कितनी लिखितें तथा कलाकृतियां लाइब्रेरी में मौजूद हैं, बारे कमेटी बनाई गई है। याचिका में मांग की गई है कि शिरोमणि प्रबंधक कमेटी यह तथ्य सामने लाये कि शिरोमणि कमेटी को भारतीय फौज, सी.बी.आई. तथा केन्द्र सरकार द्वारा वापिस की इन हस्त लिखितों, कलाकृतियों तथा धार्मिक साहित्य कहां हैं और इनका क्या हुआ। यह मांग भी की गई है कि इन लिखितों तथा कलाकृतियों की सूची तैयार की जाये तथा पुन: लाइब्रेरी में दर्शनों तथा खोज हेतु सुशोभित किया जाये।