मलेशिया में तेज़ी से खाद्य तेलों में उबाल जारी : सरसों-सोयाबीन भी तेज़

नई दिल्ली, 5 जनवरी (एजेंसी): गत सप्ताह मलेशिया में सीपीओ शॉर्टेज में आने से 30 डॉलर और बढ़ गया। इसके प्रभाव से घरेलू, लोकल व दिसावरी मंडियों में भी खाद्य तेलों में तेजी का उबाल जारी रहा। सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी सहित सभी तिलहन भी बढ़ते चले गए। अंतिम दिन मुनाफावसूली से तेल एवं तिलहनों में सुस्ती लिए बाजार बंद हुए। वहीं मिलों में तेल ऊंचे होने से तेल वाली खल का उत्पादन भी अधिक हुआ, जिससे बिनौला खल 100 रुपए टूट गयी। चोकर भी मंदा होने से तेल वाली खल पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। आलोच्य सप्ताह मलेशिया व इंडोनेशिया दोनों ही तेल उत्पादक देशों में सीपीओ की शॉर्टेज बन गयी। इसके साथ-साथ केएलसीई एवं शिकागो तेल सोया वायदा लगातार बढ़ते चला गया, जिससे हाजिर में वहां सीपीओ 30 डॉलर उछलकर 830 डॉलर प्रति टन पर जा पहुंचा। कांदला में भी इसके भाव 5850 रुपए से बढ़कर 6000 रुपए प्रति क्विंटल हो गये। इसके अलावा सोयाबीन एवं सरसों का उत्पादन पहले ही कम होने से मंडियों में कमी बनी हुई थी। दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय बाजार में खाद्य तेलों के भाव बढ़ते ही उक्त सभी तिलहनों में लगातार तेजी का रुख बना रहा। जो सरसों 42 प्रतिशत कंडीशन वाली 4825/4830 रुपए प्रति क्विंटल जयपुर पहुंच में बिकी थी, उसके भाव 4925 रुपए ऊपर में बन गये।