पूर्णता में यकीन रखती हैं आकांक्षा पुरी

 पौराणिक शो ‘विघ्नहर्ता गणेश’ ने अपनी शुरुआत से ही दर्शकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। यह शो अब एक रोमांचक मोड़ पर है, जिसमें कार्तिकेय के विवाह का सीक्वेंस दिखाया जा रहा है। इसमें पार्वती गणेश से कहती हैं कि वे कार्तिकेय को देवसेना से विवाह करने के लिए राजी करें।पार्वती के किरदार में अलग-अलग तरह के शेड्स हैं, जिनमें आक्रामकता, शांति, उत्साह जैसी भावनाएं शामिल हैं। आकांक्षा पूर्णता में यकीन रखती हैं और इस सीक्वेंस के महत्व को देखते हुए उन्होंने इस किरदार की भावनाओं को सही ढंग से प्रदर्शित करने के लिए रोज मेलूहा पढ़ने का फैसला किया। इससे उन्हें अपनी परफॉॅर्मेंस सुधारने में बहुत मदद मिली। यह किताब विघ्नहर्ता गणेश में दिखाई जाने वाली कहानियों से बिल्कुल अलग है, लेकिन इससे जुड़ी भावनाएं एक हैं।आकांक्षा पुरी से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि एक प्रसिद्ध किरदार निभाना हमेशा ही रोमांचक होता है, लेकिन इसकी शूटिंग कभी-कभी आपके दिमाग पर गहरा असर करती है, क्योंकि शूटिंग के दौरान इसमें अलग-अलग तरह की भावनाएं प्रदर्शित करना होता है। मेलूहा पढ़ने से मुझे बेहतर ढंग से अपनी शूटिंग की तैयारी करने में मदद मिली। मेरे एक दोस्त ने मुझे मेलूहा पढ़ने की सलाह दी थी ताकि मैं अपने किरदार को बेहतर तरीके से समझ सकूं। अब मुझे यह किताब पढ़कर सुकून मिलता है। वैसे भी बुक मेरे लिए रिलैक्सेशन थेरेपी की तरह 
होती है।