विटामिन से भरपूर है टमाटर

सेब, नाशपाती, संतरा, अंगूर, खरबूजा और चुकंदर आदि में जितना लौह तत्व होता है, उससे कहीं अधिक टमाटर में पाया जाता है।  पोटाश की दृष्टि से अधिकांश फलों और कितनी ही सब्जियों से टमाटर श्रेष्ठ की गिनती में आता है।टमाटर में कुछ अद्भुत और विशेष गुण हैं। वह खून को साफ करता है और दांतों को सुदृढ़ और मजबूत बनाता है। यह सूखा रोग की भी दवा है। इसके इस्तेमाल से बच्चे इस घातक रोग से बचे रहते हैं और स्वस्थ रहते हैं।स्नायुओं के लिए टमाटर रसायन का कार्य करता है। यह हृदय की दुर्बलता में भी बड़ा हितकारी है। टमाटर भूख को बढ़ाता है, पाचन शक्ति ठीक करता है तथा विजातीय द्रव्य निकाल कर शरीर को शुद्धि प्रदान करना है।मधुमेह के रोगियों को जिन्हें डाक्टर कभी-कभी फलों के सेवन पर रोक लगा देते हैं, उनके लिये टमाटर बहुत ही गुणकारी सिद्ध हुआ है। ताजे फलों के सेवन पर पूर्ण रूप से रोक लगा देने पर मधुमेह के रोगी को प्राकृतिक रूप में प्राप्त होने वाले खनिज लवणों से वंचित रहना पड़ता है जिसकी वजह से उसे मिलने वाले पोषक तत्वों के अभाव से शारीरिक और मानसिक रूप से पीड़ित रहना पड़ता है लेकिन खनिज लवणों से भरपूर टमाटर का सेवन रोगी की इस कमी को पूरी करता है और खट्टा होने की वजह से वह शर्करा की मात्रा भी घटाता है।बुखार की हालत में टमाटर का रस बुखार की गर्मी को तो शांत करता है साथ ही साथ रोगी की प्यास भी बुझाता है। ऐसे बहुत से अवसरों पर जब उपवास रखना पड़ता है तब टमाटर का रस पानी में मिलाकर लेने से उपवास का लाभ और भी बढ़ता है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि टमाटर विटामिनों से भरपूर एक सस्ता और सुलभ फल है इसमें विटामिन ए भी होता है जो मुख्यत: चिकनाई वाले पदार्थ जैसे दूध, घी मक्का आदि से मिलता है। 

(स्वास्थ्य दर्पण)