प्रियंका गांधी वाड्रा को कांग्रेस में मिलेगा नया पद

गजरात तथा हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव सम्पन्न हो जाने के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (ए.आई.सी.सी.) के उच्च पदों में फेरबदल की उम्मीद है। ऐसा प्रतीत होता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं का एक वर्ग चाहता है कि प्रियंका गांधी वाड्रा को ए.आई.सी.सी. कार्यालय में स्थान मिले। इसके अलावा प्रियंका जो पहले ही कांग्रेस महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी हैं, को पार्टी में कोई नया पद सौंपे जाने की सम्भावना है। पार्टी के नज़दीकी गलियारों का मानना है कि प्रियंका गांधी को उन नेताओं तक पहुंचने हेतु बड़ी भूमिका देनी चाहिए, जिनके साथ राहुल गांधी का तालमेल नहीं बैठ रहा।
भारत जोड़ो यात्रा में खड़गे एवं पूजा भट्ट
नव-नियुक्त कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एक नवम्बर को हैदराबाद के नेकलेस रोड पर राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ा यात्रा में शामिल हुए। इस अवसर पर खड़गे ने स्वयं को तेलंगाना का हिस्सा बताया तथा कहा कि उनका जन्म स्थान आज़ादी से पूर्व हैदराबाद राज्य निज़ाम का भी हिस्सा था। खड़गे ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा एक बड़ी क्रांति ला रही है, जिससे राजनीति में बड़ा बदलाव आएगा। खड़गे ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि सिर्फ राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ही केन्द्र में ़गैर-भाजपा सरकार बना सकती है। इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेत्री तथा फिल्म निर्माता पूजा भट्ट 3 नवम्बर (बुधवार) को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुईं। 50 वर्षीय अभिनेत्री ने राहुल गांधी तथा अन्य कांग्रेसी नेताओं के साथ शहर में मार्च के रूप में 10 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय की। एक वीडियो में भट्ट को यह कहते देखा जा सकता है कि ऩफरत के समय में प्रेम का साथ देना  स्वयं में एक क्रांतिकारी कार्य है। भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को एक दिन के ठहराव के बाद 7 नवम्बर को तेलंगाना में जारी रहेगी। यह प्रदेश के 19 विधानसभा तथा सात संसदीय क्षेत्रों में लगभग 375 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
चुनावों से पूर्व भाजपा में फूट
हिमाचल प्रदेश भाजपा के भीतर आने वाले विधानसभा चुनावों के लिए टिकटों के वितरण को लेकर तकरार शिखर पर है। पार्टी द्वारा 11 मौजूदा विधायकों को टिकट देने से इन्कार करने के बाद 14 विधानसभा क्षेत्रों में भारी नाराज़गी तथा रोष पाया जा रहा है। निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ने के कारण भाजपा ने अपने पांच ब़ागी नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया है। भाजपा के भीतर इस आंतरिक ब़गावत ने भगवा पार्टी में गम्भीर चिन्ता पैदा कर दी है। हालांकि भाजपा नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘डबल इंजन सरकार’ के नारे को मुख्य रखते हुए पार्टी छोड़ने के रुझान को कम करने हेतु दृढ़ है। दूसरी तरफ कांग्रेस को भी ब़गावत का सामना करना पड़ रहा है, जिसमें पार्टी के कुछ प्रमुख नेता भाजपा में शामिल हो गये हैं। वर्णनीय है कि हिमाचल प्रदेश में 12 नवम्बर को मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती 8 दिसम्बर को होगी।
कांग्रेस के चुनावी वायदे
विधानसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस ने लोगों तक सम्पर्क बनाने के लिए गुजरात के पांच क्षेत्रों से गुजरात परिवर्तन संकल्प यात्रा शुरू की है। इस यात्रा के दौरान 5400 किलोमीटर से अधिक का स़फर तय किया जाएगा, जिसमें 145 जनसभाएं तथा रैलियां की जाएंगी। यात्रा वडगाम, भुज, सोमनाथ, फगवेल तथा जम्बूसर से शुरू की गई है। यात्रा प्रत्येक ज़ोन में सात दिन तक चलेगी। इस यात्रा में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उनके छत्तीसगढ़ के समकक्ष भूपेश बघेल, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह तथा कमलनाथ एवं विधायक सचिन पायलट सहित कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है। इसके अलावा कांग्रेस ने 10 लाख रुपये तक का मुफ्त उपचार, किसानों के 3 लाख रुपये तक के ऋण माफ करने, बिजली बिल माफ करने, युवाओं को 10 लाख सरकारी नौकरियां देने, 3 हज़ार रुपये महीना बेरोज़गारी भत्ता देने तथा, 3 हज़ार सरकारी अंग्रेज़ी माध्यम स्कूल खोलने के वायदे किये हैं।
मोदी के प्रति नरम पड़े गडकरी
केन्द्रीय सड़क, यातायात एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने आखिरकार मोदी लाइन पर चलना शुरू कर दिया है। यातायात क्षेत्र की उपलब्धियों की प्रशंसा करते हुए मंत्री द्वारा किये गये सभी ट्विटों में ‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के दूरदृष्टि नेतृत्व में’ या ‘मोदी जी की आत्म-निर्भर भारत की दृष्टि’ जैसे शब्द हैं। गडकरी, जो नेतृत्व पर निशाना साधना तथा पत्रकारों के साथ निजी तौर पर अपने मन की बात कहने का अवसर कभी नहीं छोड़ते, अब एक नया उदार चेहरा दिखा रहे हैं। (आई.पी.ए.)