जानिये काले ताजमहल के बारे में

बच्चों हम सभी सफेद ताजमहल के बारे में तो जानते हैं और उसकी खूबसूरती के दीवाने भी होंगे, लेकिन क्या आपको पता है हमारे देश में काला ताजमहल भी है? यह काला ताजमहल मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में स्थित है जो बुरहानपुर रेलवे स्टेशन से लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर है। बुरहानपुर एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक शहर है, जो खानदेश की राजधानी रहा है। इसे मुगलों की दूसरी राजधानी भी माना जाता है क्योंकि कई मुगल बादशाह (जैसे अकबर, जहांगीर, शाहजहां, औरंगजेब आदि) यहां सूबेदार के रूप में पदस्थ रहे हैं। आपको ये जान कर आश्चर्य होगा कि आगरा के ताजमहल से पहले ही काला ताजमहल का निर्माण हो चुका था। ऐसा माना जाता है कि बादशाह शाहजहां ने काले ताजमहल को देखने के बाद ही आगरा में ताजमहल बनाने का फैसला लिया है। 
असल में काला ताजमहल अब्दुल रहीम खानखाना के बड़े बेटे शाहनवाज खान का मकबरा है। शाहनवाज खान बहुत बहादुर था जिसके कारण उसे मुगल फौज का सेनापति नियुक्त किया गया था लेकिन बेहद कम आयु में उसकी मौत हो गयी। उन्हें फिर बुरहानपुर के उतावली नदी के किनारे दफनाया गया। इसके थोड़े समय बाद ही शाहनवाज की पत्नी की भी मौत हो गई, उन्हें भी शाहनवाज की कब्र के बगल में दफनाया गया। फिर जहांगीर द्वारा 1622 से 1623 ईस्वी के बीच यहां काला ताजमहल बनवाया जो काले पत्थरों से बना है। इसका निर्माण ईरानी कला के अनुसार हुआ है जिसमें अंदर बहुत ही सुंदर नक्काशी की गई है। 
इसकी आकृति चौकौर है, मकबरे के चारों तरफ छोटी-छोटी मीनारें हैं, बरामदा धुनष के आकार का हैं। बीच में एक विशाल गुम्बद है। महल के आगे की ओर एक बाग है। बच्चों अगर कभी आपको मौका मिले तो इस काले ताजमहल को देखने जरुर जाना।