बनें वॉच डिजाइनर घुमाएं कॅरियर की तरफ घड़ी की सुईयां...!

वॉच डिजाइनिंग एक अति रचनात्मक प्रोफेशन है। यूं तो किसी भी उत्पाद को नई से नई डिजाइन उसे लगातार आकर्षक बनाये रखती है, लेकिन कलाई में पहनी जाने वाली घड़ी चूंकि पूरी दुनिया में करीब-करीब एक ही आकार की होती है और यह कई शताब्दियों से दुनिया में मौजूद है। इसलिए इसके रूप की एकरसता में तरोताजगी लाना व इसे दिखने में आकर्षक बनाना, लगातार रचनात्मक चुनौती की मांग करता है। ऐसे में घड़ियों को आकर्षक बनाये रखने का काम डिजाइनरों की कल्पनाशील डिजाइनें ही करती हैं। 
इससे साफ है कि घड़ी डिजाइन करना पारंपरिक कॅरियर नहीं है। यह खास और बेहद रचनात्मक कॅरियर है। एक जमाने में फिर भी घड़ियों के बहुत ज्यादा विकल्प नहीं थे। इसलिए सामान्य घड़ियां भी बिक जाती थीं। लेकिन आज मोबाइल ने घड़ियों के सामान्य उपयोग से बाहर कर दिया है। आज ये आकर्षक फैशन का हिस्सा हैं। इसलिए अब घड़ियों के डिजाइन की मांग कहीं ज्यादा है। यही चीज़ है जो घड़ियों के डिजाइन करने के काम को एक ठोस भविष्य बनाता है। आज शायद ही कोई ऐसा घड़ी निर्माता हो जो महज पारंपरिक गोल और चपटी घड़ियां ही बनाता हो। आज फैशन डिजाइनरों से लेकर सभी तरह के डिजाइनरों ने घड़ियों में तरह-तरह की कल्पनाशीलता के जरिये उनके रूप आकार को एक नया आर्ट बना दिया है। इसलिए पूरी दुनिया में न सिर्फ मोबाइल, लैपटॉप आदि के बावजूद घड़ियां मौजूद हैं बल्कि आम लोगों की सामाजिकता का भी गहरा हिस्सा बन चुकी हैं। 
आज देश में हजारों की तादाद में घड़ियों के डिजाइनर हैं और सब अच्छा खासा कमा रहे हैं। आने वाले दिनों में घड़ियों के इन रचनात्मक डिजाइनरों की मांग और भी बढ़ेगी। क्योंकि जैसे-जैसे वक्त आगे बढ़ेगा सूचना तकनीक का लगातार वैश्विक विकास होगा। वैसे-वैसे लोग अपनी पारंपरिक चीजों की तरफ लौटेंगे और इनमें घड़ियां भी प्रमुख है। यही वजह है कि आज दुनिया में हर जगह घड़ी डिजानरों की ठीक ठाक मांग है। लेकिन सवाल है कि घड़ी डिजाइनर बने कैसे और उस क्षेत्र में आय की क्या उम्मीदें हैं तथा नौकरियां कहां मिलती हैं? यूं तो अभी भी देश में एक भी ऐसा स्वतंत्र और महत्वपूर्ण डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट नहीं बना, जो सिर्फ घड़ियों पर ही फोकस करता हो। लेकिन अहमदाबाद स्थित ऐसा विश्व स्तर का विशिष्ट संस्थान है, जो किसी भी तरह के प्रोडक्ट को अच्छी तरह से डिजाइन करना सिखा देता है और घड़ी भी तो एक प्रोडक्ट ही है। इसलिए 12वीं के बाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन या नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी में प्रवेश लेकर इस क्षेत्र में कॅरियर बनाया जा सकता है। 
वैसे कई प्राइवेट संस्थान भी ऐसे हैं जो घड़ियों को डिजाइन करना सिखाते हैं और विदेशों में तो बड़ी संख्या में है। लेकिन इस क्षेत्र में जाने के लिए इंस्टीट्यूट से ज्यादा जरूरी है कि आपमें इसके लिए ललक हो और बेहतरीन कल्पनाशीलता हो, तो आप बड़ी आसानी से घड़ियों के डिजाइनर बन सकते हैं। शुरुआत से ही अगर नौकरी करना चाहते हैं तो 6 से 8 लाख वार्षिक पैकेज पा सकते हैं और जैसे-जैसे अनुभवी होंगे, पैकेज भी बढ़ेगा तथा आप अच्छी फ्रीलांसिंग के जरिये भी कमाई कर सकते हैं। लेकिन सवाल है नौकरी कहां मिलेगी? तो देश में करीब 100 से ज्यादा घड़ियां बनाने वाली बड़ी कंपनियां हैं और सैकड़ों छोटी-छोटी फैक्टरियां हैं, जहां घड़ियां बनती हैं। वहीं इनकी डिजाइनिंग भी होती है। साथ ही हाल के सालों में घड़ियों को गिफ्ट के रूप में तमाम बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने कर्मचारियों और क्लाइंटेल को देती हैं। उनके लिए भी नये-नये डिजाइन की घड़ियां डिजाइन की जाती हैं, जिनमें समय तो देखा ही जा सकता है, कंपनियां अपना प्रचार भी बखूबी करती हैं। 
देश में बहुत सारी रीयल इस्टेट कंपनियां हैं, जो अपने ग्राहकों को फर्निस्ड फ्लैट देती हैं, वो भी अपने लिए बिल्कुल नई तरह की घड़ी डिजाइन कराना चाहती हैं, जिससे बेडरूम और ड्राइंग रूम का अलग लुक उभरकर आए, तो इस तरह देखें तो ऐसी कंपनियां भी घड़ी डिजाइनरों को अच्छा खासा काम देती हैं। इंटीरियर डिजाइनर भी अपने साथ घड़ी डिजाइनरों को जोड़कर रखते हैं और किसी सेलिब्रिटीज का घर डिजाइन करते हुए वहां घड़ियों की उपस्थिति को भी कलात्मक और आकर्षक लुक देते हैं। इस तरह देखा जाए तो आज की तारीख में घड़ी डिजाइनरों के लिए नौकरियों की भी बहुत सारी जगहें मौजूद हैं और फ्रीलांस करने की भी सुविधा है। इस क्षेत्र की एक अच्छी बात यह है कि अगर आप बहुत पढ़े लिखे नहीं भी हैं लेकिन आपकी रचनात्मकता शानदार है तो आप इस क्षेत्र में अच्छा खासा कमा सकते हैं। ..तो देर किस बात की है अगर आप भी घड़ियों को डिजाइन करना चाहते हैं तो इस क्षेत्र में अपना कॅरियर चुन सकते हैं। 

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर