पोस्टर ब्वॉय कोहली से चोटिल खिलाड़ी सीखें फिट रहना

चोटिल भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों की सूची में एक नाम और जुड़ गया है, वेस्टइंडीज की बेजान व धीमी पिचों पर टेस्ट क्रिकेट में अच्छी व प्रभावी स्विंग गेंदबाज़ी करने वाले मुहम्मद सिराज का। उनके टखने में सूजन आ गई है। इसलिए उन्हें एहतियात के तौर पर वेस्टइंडीज का दौरा बीच में छुड़ाकर वापस भेज दिया गया है ताकि कुछ ही माह में भारत में होने जा रहे आईसीसी एकदिवसीय विश्व कप के लिए वह स्वयं को तैयार रखें। गौरतलब है कि वेस्टइंडीज के विरुद्ध पोर्ट ऑफ स्पेन में दूसरे टेस्ट से पहले हरफनमौला खिलाड़ी शार्दुल ठाकुर भी ‘चोटिल’ हो गये थे, तब उनकी जगह मुकेश कुमार को अपने कॅरियर का पहला टेस्ट खेलने का अवसर मिला था, जिसमें अपनी लाइन लेंथ से उन्होंने सभी को प्रभावित किया।
यह भी अजीब है कि जब भारतीय टीम में किसी नये लड़के को मौका देना होता है तो स्थापित खिलाड़ी को बाहर बिठाने का डिप्लोमेटिक बहाना बना दिया जाता है कि उसके ‘निगल’ (मामूली चोट) है। अब संबंधित खिलाड़ी के वास्तव में चोट है या नहीं, यह कहना कठिन होता है। लेकिन जब उसे टीम से ही बाहर करके वापस भेजा जाता है तब असलियत सामने आती है। बहरहाल, इस समय भारतीय टीम के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण दौर चल रहा है। उसके अनेक स्थापित खिलाड़ी चोटिल हैं, जिनका दुर्लभ अपडेट कुछ दिन पहले बीसीसीआई ने दिया है। बड़ी प्रतियोगिताएं और महत्वपूर्ण मुकाबले जीतने के लिए कोच राहुल द्रविड़ व कप्तान रोहित शर्मा के लिए ज़रूरी है कि सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चयन के लिए वे उपलब्ध रहें। अगर आप पिछले कुछ माह पर नज़र डालें तो आपने अनेक स्थापित खिलाड़ियों को खेलते हुए नहीं देखा होगा। 
पिछले साल ऋषभ पंत एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गये थे। यह चिंता हो गई थी कि वह कभी क्रिकेट मैदान पर लौट सकेंगे या नहीं। अब खबर यह है कि वह नेट्स में बल्लेबाज़ी और विकेट कीपिंग करने लगे हैं। तेज़ गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने भारत के लिए अंतिम मैच सितम्बर 2022 में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध हैदराबाद में टी-20 के रूप में खेला था। तब से कमर में चोट के कारण वह टीम से बाहर हैं। इस साल के शुरू में वह श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में बुलाये गये थे, लेकिन यह पाया गया कि वह वापसी करने के लिए अभी तैयार नहीं हैं। अब उनकी सर्जरी हो चुकी है और वह पूरी तीव्रता के साथ नेट्स पर गेंदबाज़ी कर रहे हैं। बुमराह की तरह तेज़ गेंदबाज़ प्रसिद्ध कृष्णा भी कमर में स्ट्रेस फ्रैक्चर से उबर रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए अगस्त 2022 से कोई मैच नहीं खेला है। उनमें जबरदस्त कौशल, क्षमता व प्रतिभा है, लेकिन उन्हें जल्द खुद को पूर्णत: फिट करना होगा। बैटर श्रेयस अय्यर की कमर के निचले हिस्से में चोट है। इस साल मार्च में उन्होंने भारत के लिए अपना अंतिम मैच खेला था। वह चोटों के कारण अनेक बार टीम से बाहर हुए हैं। अब उन्होंने नेट्स में बल्लेबाज़ी आरंभ कर दी है और जल्द ही मैदान में दिखायी दे सकते हैं। इस साल मई में आईपीएल का एक मैच खेलते हुए विकेट कीपर बैटर के.एल. राहुल की जांघ में चोट लग गई थी। उनकी सर्जरी हो चुकी है और वह कुछ सप्ताह के भीतर एक्षन में आ सकते हैं।
ये सब बड़े नाम हैं जो टीम में वापसी करने के प्रयास में लगे हुए हैं। हालांकि भारत में शक्तिशाली क्रिकेटिंग इकोसिस्टम है, प्रतिभाओं की भी कोई कमी नहीं है, लेकिन अनेक मंचों पर इन खिलाड़ियों के न होने से सीनियर टीम को बहुत नुकसान हुआ है। यह स्थिति फिटनेस के महत्व को हाईलाइट करती है, विशेषकर आज के दौर में जब उच्च तीव्रता पर मैच खेले जाते हैं। हाल के दिनों में महत्वपूर्ण मुकाबलों में भारतीय टीम अपनी पूरी क्षमता के साथ नहीं उतर सकी है। अत: हर खिलाड़ी के लिए यह ज़रूरी है कि वह अपनी फिटनेस पर अतिरिक्त ध्यान दे। प्रेरणा के लिए विराट कोहली से अलग देखने की आवश्यकता नहीं है। भारत का यह पूर्व कप्तान फिटनेस का पोस्टर बॉय है। वह लगभग हर सप्ताह सोशल मीडिया पर प्रेरक वीडियोज़ अपनी अविश्वसनीय जिम ड्रिल के पोस्ट करते हैं। पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में 206 गेंदें खेलकर शतक लगाने के बाद 34 वर्षीय कोहली ने अपनी फिटनेस का राज़ बताते हुए कहा, ‘मैं अपने जीवन का हर दिन एक व्यक्तिगत एथलीट के रूप में गुज़ारता हूं। मैं खुद को ट्रेनिंग, रिकवरी, नींद, फिजियो सत्र और इससे भी अधिक महत्वपूर्ण अपनी डाइट के रूप में देखता हूं। यह खेल के प्रति मेरा समर्पण है। जब आप फॉर्म में नहीं होते तो यही सब बातें मैदान में काम आती हैं।’
कोहली के लिए उनकी फिटनेस सबसे महत्वपूर्ण है। इसी की वजह से वह विभिन्न फोर्मट्स में आसानी से खुद को ढाल लेते हैं। टेस्ट में 300 गेंद खेल लेते हैं, टी-20 में 170 के स्ट्राइक रेट से रन बना लेते हैं और एकदिवसीय में भी लम्बी पारी खेलने के बाद पूरे जोश से दिनभर फील्डिंग कर लेते हैं। वह अपनी फिटनेस की बदौलत ही सारे फोर्मट्स टॉप लेवल पर खेलते हैं और इस पर गर्व करते हैं। काश! पूरी भारतीय टीम फिटनेस में कोहली के नक्षेकदम पर चले।
 

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर