हर समय अपडेट होने वाला ‘सॉफ्टवेयर’ है  विराट कोहली

मुम्बई के वानखेडे मैदान पर खेले गए विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में भारत न केवल न्यूजीलैंड को 70 रनों से हराकर फाइनल में पहुंच गया बल्कि इस मैच में विराट कोहली महान् क्रिकेटर मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए वनडे फॉर्मेट में सर्वाधिक शतक लगाने वाले बल्लेबाज भी बन गए। विराट कोहली के वनडे कैरियर का यह 50वां शतक था और इसके साथ ही वे इस मैच में विश्व कप के किसी भी एक सीजन में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड भी अपने नाम करने में सफल हुए। इस मामले में भी विराट ने सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने 2003 के विश्व कप में सबसे ज्यादा 673 रन बनाए थे लेकिन विराट ने इस टूर्नामैंट में 10 मैचों में 711 रन बनाकर सचिन का एक विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड तोड़ते हुए इस मामले में भी नया कीर्तिमान बनाया है। अब किसी भी एक विश्व कप में उनसे ज्यादा रन किसी और खिलाड़ी के नहीं है। इन 10 मैचों में विराट के 3 शतक और 5 अर्धशतक शामिल हैं। विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में विराट ने अपने वनडे कैरियर का 50वां और अंतराष्ट्रीय कैरियर का 80वां शतक लगाया। मजेदार बात यह रही कि उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ सचिन तेंदुलकर के सामने ही उनके सबसे ज्यादा वनडे शतकों का रिकॉर्ड तोड़ा। सचिन के नाम वनडे में 49 शतक का रिकॉर्ड है। विराट अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के किसी भी एक प्रारूप में 50 शतक लगाने वाले दुनिया के दूसरे बल्लेबाज बन गए हैं। उनसे पहले सचिन ने टेस्ट फॉर्मेट में यह कारनामा किया था, जिनके नाम टैस्ट क्रिकेट में 51 शतक हैं जबकि विराट के वनडे में 50 और टैस्ट में 29 शतक हैं।
विश्व कप के एक संस्करण में सबसे ज्यादा बार 50 से ज्यादा रन बनाने के मामले में भी विराट ने सचिन को पीछे छोड़ दिया है। सचिन ने 2003 के विश्व कप में 7 बार और शाकिब अल हसन ने 2019 विश्व कप में 7 बार 50 से ज्यादा रन बनाए थे लेकिन विराट ने इस विश्व कप में सेमीफाइनल तक ही कुल 8 बार 50 से ज्यादा रन बनाए हैं। 15 नवम्बर के सेमीफाइनल मुकाबले में विराट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ अपना छठा वनडे शतक लगाया था। वह 9 देशों के खिलाफ शतक लगाने वाले सचिन के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं। दूसरे देशों की टीमों के खिलाफ एकदिवसीय शतक लगाने के मामले में अब विराट से आगे केवल सचिन ही हैं, जिन्होंने कुल 11 टीमों के खिलाफ एकदिवसीय शतक जड़े हैं। विराट श्रीलंका के खिलाफ 10, वेस्टइंडीज के खिलाफ 9, आस्ट्रेलिया के खिलाफ 8, न्यूजीलैंड के खिलाफ  6, बांग्लादेश के खिलाफ 5, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 5, इंग्लैंड के खिलाफ 3, पाकिस्तान के खिलाफ 3 और जिम्बाब्वे के खिलाफ 1 शतक लगा चुके हैं। विराट ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 9 चौकों सहित सेमीफाइनल मुकाबले तक विश्व कप में 64 चौके लगाए हैं और इस मामले में भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को पीछे छोड़ दिया है, जिन्होंने विश्व कप में 62 चौके जड़े हैं। विराट कोहली 13794 रनों के विशाल पहाड़ के साथ ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग को पीछे छोड़ते हुए वनडे क्रिकेट के तीसरे टॉप रन स्कोरर भी बन गए हैं। पोंटिंग के नाम 375 वनडे में 13704 रनों का रिकॉर्ड है और कोहली ने न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में 28वां रन लेते ही पोंटिंग को पीछे छोड़ दिया। कोहली अपने 291वें मैच में ही पोंटिंग को पीछे छोड़ चुके हैं। कोहली से आगे पहले स्थान पर 18426 रनों के साथ सचिन तेंदुलकर और दूसरे स्थान पर 14234 रनों के साथ श्रीलंका के कुमार संगकारा ही हैं।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा अर्धशतक बनाने के मामले में भी विराट श्रीलंकाई बल्लेबाज कुमार संगकारा को पीछे छोड़ते हुए सचिन तेंदुलकर के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज रिकी पोंटिंग के बराबर दूसरे स्थान पर आ गए हैं। संगकारा ने 216 बार अर्धशतक लगाए हैं जबकि विराट 217 बार यह कारनामा कर चुके हैं। सचिन 264 बार 50 से ज्यादा रनों का स्कोर बनाने के साथ ही दुनियाभर में शीर्ष स्थान पर हैं जबकि रिकी पोंटिंग 217 बार 50 से ज्यादा रनों का स्कोर बनाने में सफल हुए हैं। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व ऑलराउंडर जैक कैलिस ने अपने कैरियर में कुल 211 अर्धशतकीय पारियां खेली थी। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा 56 मैच विनिंग शतक भी विराट ने ही जड़े हैं, उन्होंने इस मामले में रिकी पोंटिंग को पीछे दिया है, जिनके नाम 55 मैच विनिंग शतक का रिकॉर्ड था। इसके अलावा विराट आईसीसी इवेंट में सर्वाधिक मैच विनिंग टीम का भी हिस्सा रहे हैं, उन्होंने कुल 59 मैच जीते हैं और इस मामले में उन्होंने श्रीलंकाई क्रिकेटर महेला जयवर्धने के रिकॉर्ड को तोड़ा है, जो आईसीसी इवेंट के 58 मैच विनिंग टीम का हिस्सा रहे हैं। आईसीसी के नॉकआउट मैच में भी सर्वाधिक बार 50 से ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनने का खिताब भी विराट ने हासिल किया है, जो 7 बार यह कारनामा करने में सफल हो चुके हैं। उनसे पहले सचिन तेंदुलकर ने 6 बार आईसीसी इवेंट के नॉकआउट मैच में 50 से ज्यादा रन बनाए थे।
विराट की प्रतिभा को पहचानकर सचिन तेंदुलकर ने तो कई वर्ष पूर्व ही एक कार्यक्रम में कह दिया था कि उनके रनों और शतकों का रिकॉर्ड विराट कोहली या रोहित शर्मा ही तोड़ सकते हैं। विराट की नवीनतम उपलब्धियों के बाद भारत के पूर्व कप्तान सुनील गवास्कर ने भी कहा है कि उन्हें 2013 के आसपास ऑस्ट्रेलिया में एक ट्राई सीरीज के दौरान ही उसी समय आभास हो गया था कि विराट कोहली एकदिवसीय फॉर्मेट में कई रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं, वहीं वीरेन्द्र सहवाग उनके बारे में कह चुके हैं कि विराट ने निरंतरता को नए आयाम दिए हैं और यह ‘सॉफ्टवेयर’ हर वक्त अपडेट होता रहा है। कहना गलत नहीं होगा कि अपने जोश, जुनून, तेज गति से रन बनाने की भूख और कड़ी मेहनत के बलबूते पर विराट आज जिस पायदान पर खड़े हैं, वहां विराट ने तमाम भारतीय खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है।

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