कर्नाटक में कांग्रेस ने दिया ‘संविधान बचाओ’ का नारा

कांग्रेस ने वरिष्ठ भाजपा नेता और उत्तर कन्नड़ से भाजपा सांसद अनंत कुमार हेगड़े द्वारा मतदाताओं को संविधान को दोबारा से लिखने के लिए उनकी पार्टी को दो-तिहाई बहुमत देने की अपील करने से बाद अपने घोषणा-पत्र में ऐलान किए प्रमुख चुनाव मुद्दों में ‘संविधान बचाओ’ का नारा भी जोड़ दिया है। कांग्रेस ने लोगों को भाजपा से सावधान रहने की चेतावनी दी और दलितों और आदिवासियों को आने वाले चुनावों में भाजपा के साथ कोई रिश्ता न रखने की खास अपील की और ट्विटर पर ‘भाजपा हटाओ, संविधान बचाओ’ ‘हैशटैग’ लांच किया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आरोप लगाया कि हेगड़े के बयान ने ‘मनुस्मृति’ के साथ प्रभावित, बाबा साहेब अम्बेदकर के संविधान के संस्करण को अपने संस्करन के साथ बदलने के भाजपा के गुप्त उपदेशों को उजागर किया है। दूसरी तरफ भाजपा ने हेगड़े की टिप्पणी से खुद भी अलग करते हुए उनसे पास स्पष्टीकरण मांगा।
राहुल और प्रियंका को चुनाव लड़ने की मांग
कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई ने 2024 के लोकसभा चुनावों में अमेठी और रायबरेली सीटों पर गांधी परिवार से उम्मीदवारी के प्रस्ताव को सर्वसम्मति के साथ मनज़ूरी दे दी। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी अमेठी और प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से चुनाव लड़ सकते हैं, जो सीट पहले सोनिया गांधी के पास थी। दोनों सीटें गांधी परिवार का गढ़ मानी जाती हैं। प्रियंका गांधी के समर्थकों ने रायबरेली में पोस्टर लगाकर उनको वहां लोकसभा चुनाव लड़ने की अपील की है। पोस्टर पर लिखा है, ‘रायबरेली पुकारती, प्रियंका गांधी जी आती है।’ पोस्टर में यह भी पूछा गया है कि कांग्रेस अपने विकास कार्यों को सामने रखे। प्रदेश चुनाव कमेटी ने ‘इंडिया’ गठबंधन तहत कांग्रेस को मिली 17 लोकसभा सीटों में हर सीट पर उम्मीवारों पर चर्चा की है। अन्य सीटों के लिए तीन सम्भावित उम्मीदवारों के नाम सी.ई.सी. को भेजे गए हैं। 
बसपा की योजना 
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उन चुनाव क्षेत्रों में कई प्रमुख जाट तथा मुस्लिम नेताओं को मैदान में उतारने की योजना बना रही है, जहां ये दोनों समुदाय मज़बूत हैं। यह भाजपा-आर.एल.डी. के ‘जाट’ वोट बैंक तथा सपा-कांग्रेस गठबंधन के मुस्लिम वोट बैंक में सेंध लगाने के उद्देश्य से उठाया गया कदम है। बसपा ने जाट समुदाय के बिजेन्द्र सिंह को बिजनौर से मैदान में उतारा है, जो कुछ दिन पहले ही लोक दल के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देकर बसपा में शामिल हो गए थे। बिजनौर को बसपा का परम्परागत गढ़ माना जाता है। 
बसपा ने लोकसभा सीटों पर मज़बूत मुस्लिम उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की भी योजना बनाई है, जहां मुस्लिम समुदाय चुनाव परिणाम तय करने में निर्यायक भूमिका निभाता है। बसपा ने अमरोहा लोकसभा सीट से डा. मुजाहिद हुसैन, मुरादाबाद से इरफान सैफी, पीलीभीत से अनीश अहमद खान उर्फ फूल बाबू तथा सहारनपुर से माजिद अली को मैदान में उतारा है। यह सभी चार सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के रोहिलखंड क्षेत्र में हैं, जहां मुसलमानों की आबादी 20 से 40 प्रतिशत है। जहां बसपा के मुस्लिम उम्मीदवार सपा-कांग्रेस गठबंधन के लिए गम्भीर समस्याएं पैदा कर सकते हैं, वहीं पार्टी के जाट उम्मीदवार भाजपा-आर.एल.डी. गठबंधन के लिए भी ऐसी ही समस्याएं उत्पन्न कर सकते हैं। 
राजग द्वारा सीटों का विभाजन तय
बिहार में भाजपा, जे.डी. (यू) तथा आर.जे.डी. सहित अन्य सहयोगी पार्टियों के बीच सीटों के विभाजन को अंतिम रूप दे दिया गया है और जल्द ही इसकी घोषणा कर दी जाएगी। भाजपा ने कई दिनों के अनुमानों को समाप्त करते हुए चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को उनके चाचा पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के स्थान पर चुना है। सूत्रों के अनुसार चिराग 6 लोकसभा सीटों पर तथा एक राज्यसभा सीट से लड़ने की उम्मीद कर रहे हैं, जिसे स्वीकार करना भाजपा के लिए कठिन होगा। कथित तौर पर भाजपा हाईकमान चिराग को हाज़ीपुर लोकसभा क्षेत्र सहित पांच सीटें देने के लिए सहमत हो गई है, जहां से उनके पिता तथा दलित नेता रामविलास पासवान आठ बार विजयी रहे थे। यह सीट फिलहाल पारस के पास है। पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (आर.एल.जे.पी.), जो कि राजग की सहयोगी पार्टी है और जिसके वर्तमान में सदन में पांच सांसद हैं, को फिलहाल कोई लोकसभा सीट नहीं बांटी गई। भाजपा सूत्रों के अनुसार चिराग पासवान के पारस की सीट से चुनाव लड़ने की सम्भावना है और पारस को राज्यसभा सीट की पेशकश की जा सकती है। वहीं भाजपा एक सीट जीतन राम मांझी की हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (सेक्युलर) को तथा एक सीट उपेन्द्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को भी दे सकती है। सूत्रों के अनुसार भाजपा के 17 सीटों पर चुनाव लड़ने की सम्भावना है, जबकि मुख्यमंत्री नितीश कुमार के नेतृत्व वाला जनता दल (यू) 16 सीटों पर चुनाव लड़ सकता है।  (आई.पी.ए.)