डिजिटल आईडी से छात्रों का दूसरे प्रदेश में दाखिला लेना होगा आसान
यमुनानगर, 4 नवंबर - राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत केंद्र सरकार की नई योजना अपार (ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट रजिस्ट्री) से अब छात्रों को बड़ी सुविधा होने जा रही है। छात्र शैक्षणिक योग्यता का डाटा एक जगह सुरक्षित रख सकते हैं। जिसे अब हरियाणा सरकार ने भी धरातल पर उतार दिया है। यमुनानगर ज़िले में अभी तक 1800 अपार आईडी बन चुकी है। इस अपार ID का फायदा यह है कि इसमें शिक्षा से जुड़े सभी दस्तावेज एक जगह रखा जाएगा। अगर छात्र को एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में दाखिला लेना है तो इस अपार आईडी से आसानी से दाखिला भी हो सकता है। यमुनानगर में करीब 1 लाख 10 हज़ार छात्रों की संख्या है जो पहली क्लास से 12वीं क्लास तक इस अपार ID का फायदा उठा सकते हैं। हालांकि यह सभी के लिए अनिवार्य नहीं है। इसके लिए बाकायदा शिक्षा विभाग माता-पिता की परमिशन लेगा। इसके बाद यह अपार आईडी बनाई जाएगी। यमुनानगर शिक्षा विभाग अधिकारी धर्मेंद्र ने बताया कि यह केंद्र की स्कीम है जिसे छात्रों को बड़ा फायदा होने वाला है। इसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को भी शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा क्लस्टर लेवल पर छात्रों की आईडी बनाई जा रही है।