IND vs AUS 3rd Test लंच ब्रेक तक हो पाया सिर्फ 13.2 ओवर का खेल
ब्रिस्बेन, 14 दिसंबर ब्रिस्बेन का गाबा मैदान ऑस्ट्रेलिया के लिए 32 वर्षों तक अभेद्य किला बना हुआ था। साल 1988 के बाद से दुनिया की कोई भी क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया को ब्रिस्बेन में टेस्ट मैच में शिकस्त नहीं दे पाई थी। भारतीय टीम ने 2020-21 के दौरे पर कंगारुओं के इस गढ़ को ढहाते हुए ऐतिहासिक जीत हासिल की। उसके बाद तो ऐसा हुआ कि अपेक्षाकृत कमतर आंकी जाने वाली वेस्टइंडीज की टीम भी गाबा में टेस्ट जीतने में सफल रही। मतलब यह कि पिछले 32 वर्षों में जो नहीं हुआ था वह तीन साल में दो बार दोहराया गया। इसका श्रेय भारतीय टीम को जाता है। आज जब भारतीय टीम एक बार फिर बॉर्डर-गावस्कर सीरीज के तीसरे टेस्ट में मैदान पर उतरी है तो उसे पिछले पिंक टेस्ट की अपनी हार को भूलते हुए पिछली सीरीज में गाबा में अपने शौर्य को याद करने की जरूरत है। मौजूदा सीरीज फिलहाल 1-1 से बराबरी पर है, ऐसे में तीसरा टेस्ट जीतने वाली टीम सीरीज जीत की अपनी संभावनाओं को पुख्ता कर सकती है। मैच में टॉस जीतकर भारत ने बॉलिंग का फैसला किया है।