हस्तशिल्प पर जीएसटी कटौती से कलाकृतियों और हस्तशिल्प की बिक्री में तेज़ी
नई दिल्ली, 9 नवंबर - सरकार ने 22 सितंबर को जीएसटी से राहत देते हुए जीएसटी दरों में कटौती की। इसका असर देश के हस्तशिल्प क्षेत्र में ख़ास तौर पर दिखाई दे रहा है। मूर्तियों, मिट्टी के बर्तनों, लकड़ी की कलाकृतियों और हस्तशिल्प की बिक्री में बढ़ोतरी हुई है। इससे पारंपरिक कारीगरों और छोटे उद्यमियों को काफ़ी राहत मिली है, जो लंबे समय से बढ़े हुए कर के बोझ से जूझ रहे थे।
केंद्र सरकार द्वारा कई हस्तशिल्प उत्पादों पर जीएसटी दरों में कटौती के बाद इस क्षेत्र के कारीगरों को काफ़ी राहत मिली है। रिपोर्टों के अनुसार, कई हस्तशिल्प उत्पादों पर जीएसटी दर 12% से घटाकर 5% कर दी गई है।
त्योहारी सीज़न में इन वस्तुओं की बिक्री में लगभग 20 से 25 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इनमें पेंटिंग, हस्तनिर्मित मोमबत्तियाँ, लकड़ी की नक्काशी और मिट्टी व टेराकोटा के रसोई के बर्तन शामिल हैं। यह कदम न केवल देश के कारीगरों को सहारा दे रहा है, बल्कि सांस्कृतिक अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दे रहा है।

