बीजिंग में हवा की गुणवत्ता में सुधार लेकिन हालात अब भी खराब

बीजिंग 12 जनवरी (वार्ता) : चीन की राजधानी बीजिंग और आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण काफी कम हुआ है लेकिन औद्योगिक गतिविधियां कम किए जाने के बावजूद भी देश में हवा की गुणवत्ता में बहुत सुधार नहीं हुआ है। ग्रीनपीस की  रिपोर्ट के मुताबिक कोयले के इस्तेमाल और औद्योगिक गतिविधियों पर सख्त पाबंदी ने राजधानी बीजिंग और पूरे उत्तरी चीन की हवा साफ कर दी है। इसमें मौसम ने भी बड़ी भूमिका निभायी है। देश भर में प्रदूषण के स्तर में 4.5 फीसदी की कमी आई है। चीन ने 2013 में बीजिंग से कोयला, सीमेंट और स्टील का उत्पादन बंद कर दिया था। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बीजिंग और दूसरे 27 शहरों में सांस के जरिये शरीर में जाने वाले सूक्ष्म कणों यानी पीएम 2.5 की मात्रा में काफी अंतर है। इनमें वे शहर भी हैं जहां प्रदूषण के खिलाफ कई कदम उठाए गए हैं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि ज्यादातर शहरों को अपनी चपेट में ले चुके दमघोंटू धुएं और धुंध से मुक्त कराने की सरकार की कोशिशों का असर तो हुआ है लेकिन यह असर सभी जगहों पर बराबर नहीं है। चीन को वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है।  ग्रीनपीस का कहना है कि बीजिंग में प्रदूषण का स्तर 2017 की आखिरी तिमाही में वर्ष 2016 मुकाबले में करीब 53.8 फीसदी घट गया लेकिन पीएम 2.5 का स्तर हाइलोंगिजांग, अनहुई और चियांगसू प्रांत में बढ़ गया।  संगठन के मुताबिक पीएम 2.5 का स्तर वायु प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित 28 शहरों में करीब 40 फीसदी तक नीचे गया है।