सेंचुरियन में विराट की सेंचुरी

सेंचुरियन, 15 जनवरी (वार्ता) टीम चयन को लेकर तमाम आलोचनाओं के बावजूद कप्तान विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में 153 रन की बेहतरीन पारी खेली जिसे विदेशी जमीन पर कुछ श्रेष्ठ भारतीय पारियों में शुमार किया जा सकता है। विराट के इस पारी की बदौलत भारत ने तीसरे दिन सोमवार को अपनी पहली पारी में 307 रन बनाये। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी में मात्र तीन रन तक दो झटके खाने के बावजूद संभलते हुए वर्षा और खराब रोशनी से प्रभावित तीसरे सत्र में अपने स्कोर को दो विकेट पर 90 रन तक पहुंचा दिया। दक्षिण अफ्रीका की अब कुल बढ़त 118 रन की हो चुकी है। मेजबान टीम को पहली पारी में 28 रन की बढ़त मिली थी। तीसरे दिन का खेल खराब रोशनी के कारण जब समाप्त किया गया तब दिन में 27 ओवर फेंके जाने शेष थे। विराट के 21वें शतक से 307 रन बनाने के बाद भारत ने दूसरी पारी में सनसनीखेज शुरुआत की। जसप्रीत बुमराह ने दूसरे ओवर में एडन मार्करम और छठे ओवर में हाशिम अमला को पगबाधा कर दिया। दोनों बल्लेबाज एक-एक रन ही बना सके। दक्षिण अफ्रीका के दो विकेट तीन रन पर गिर चुके थे। मैच पर भारत की गिरफ्त बन चुकी थी। लेकिन डीन एल्गर और एबी डीविलियर्स ने तीसरे विकेट के लिए 23.3 ओवर में 87 रन की अविजित साझेदारी कर दक्षिण अफ्रीका को संकट से बाहर निकाल दिया। डीविलियर्स 78 गेंदों में नाबाद 50 रन में छह चौके लगा चुके हैं जबकि एल्गर ने 78 गेंदों पर नाबाद 36 रन में चार चौके और एक छक्का लगाया है। मैच में चौथे दिन सुबह का सत्र दोनों ही टीमों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण होगा।
भारत ने सुबह अपनी पहली पारी कल के 183 रन पर पांच विकेट से आगे शुरू की। उस समय कप्तान विराट 85 रन और ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या 11 रन पर नाबाद थे। विराट ने एक छोर संभालते हुये अपने चिर परिचित अंदाज़ में खेलना शुरू किया और वह आखिरी बल्लेबाज़ के रूप में 307 के स्कोर पर आउट हुये। विराट ने 217 गेंदों का सामना किया और 153 रन में 15 चौके लगाये। विराट का 65 टेस्टों में यह 21वां शतक है और विदेशी जमीन पर उनका यह तीसरा सर्वश्रेष्ठ स्कोर है।  इससे पहले विराट के साथ एक छोर पर डटे हुये कल के नाबाद बल्लेबाज़ पांड्या केपटाउन वाले प्रदर्शन को नहीं दोहरा सके और अपने स्कोर में चार रन का ही इजाफा कर सके थे कि वेर्नोन फिलेंडर की सटीक थ्रो पर वह रनआउट हो गये।    विराट ने हालांकि दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज़ों के सामने घुटने नहीं टेके और अश्विन के साथ सातवें विकेट के लिये 14.2 ओवर में 71 रन की बहुउपयोगी साझेदारी की। निचले क्रम पर हमेशा उपयोगी साबित होने वाले अश्विन ने 54 गेंदों की पारी में सात चौके लगाकर 38 रन बनाये। लेकिन फिलेंडर ने उन्हें फाफ डू प्लेसिस के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेज दिया। इस साझेदारी के टूटने से विराट सबसे अधिक निराश दिखे और बल्ले को पटककर जमीन पर मारा। वहीं टीम का आठवां विकेट एक रन बाद ही शमी के रूप में गिर गया । विराट लंच के समय 141 रन बनाकर नाबाद क्रीज पर थे। लंच के बाद मोर्कल ने इशांत का संघर्ष भी समाप्त कर दिया जिन्होंने 20 गेंदों में तीन रन बनाये लेकिन अपने कप्तान के साथ नौवें विकेट के लिये 25 रन की साझेदारी की। 
विराट 93 ओवर की पहली गेंद पर मोर्कल का ही शिकार बने और इसी के साथ भारतीय पारी समाप्त हो गई।