दुश्मन की हर चुनौती के मुकाबले हेतु भारतीय वायु सेना सक्षम : एयर मार्शल

जगराओं/रायकोट, 15 मार्च (नि.प.प., नामप्रीत सिंह गोगी, सुशील) : भारती वायु सेना देश विरोधी ताकतों की किसी भी चुनौती के सामने के लिए पूरी तरह तैयार है, चाहे यह चुनौती पाकिस्तान एवं चीन की ओर से क्यों न हो। उपरोक्त दावा आज भारती वायु सेना के पश्चिमी कमान के एयर मार्शल श्री हरि कुमार ने वायु सेना के हलवारा स्टेशन के दौरे समय प्रैस कांफ्रैंस दौरान किया। उन्होंने कहा कि वायु सेना की गत जंगों में भी विरोधी ताकतों खिलाफ विशेष भूमिका रही है और तिथि 22 मार्च को देश के राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद द्वारा वायु सेना की 51 स्कार्डन को प्रैज़ीडैंट स्टैंडज़र् अवार्ड व 230 सिगनल यूनिट को प्रैज़ीडैंट कलज़र् अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा है और इसी दिन वो वायु सेना के हलवारा स्टेशन पर होने वाले एक विशेष सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि तहत शिरकत करेंगे। इस अवसर पर वायु सेना की विभिन्न टुकड़ियों द्वारा मार्च पास व जंगी वायु विमानों द्वारा हवा में करतब दिखाए जाएंगे। ज्ञात्वय हो कि इस से पहले 2013 में पूर्व राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी भी यह सम्मान देने के लिए यहां पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि यह दोनों सम्मान विभिन्न सुकैरडनों व यूनिटों को उनकी लामिसाल कारगुजारी को देखते दिए जा रहे हैं। वायु सेना के अधिकारी ने बताया कि 22 मार्च को भारती वायु सेना के फौज के सीनियर अधिकारी, वायु सेना के मुखी एयर चीफ मार्शल बीरेंदर सिंह धनोआ, पंजाब के राजपाल, मुख्यमंत्री, भारती वायु सेना के सीनियर अधिकारी व प्रमुख शख्सियतों भी कार्यक्रम में शमूलियत करेंगी। पत्रकारों को जानकारी देते एयर मार्शल श्री हरि कुमार ने स्पष्ट किया कि भारती वायु सेना की ओर से पड़ोसी देश चीन व पाकिस्तान को सामने रख कर ही अपनी ताकत निर्धारित नहीं की जाती, बल्कि यह देख कर अपनी ताकत निश्चित की जाती कि किसी भी खतरे का प्रमुखता से सामना किया जा सके। उन्होंने वायु सेना में महिलाओं पायलटों के आने के संकेत को अच्छा संकेत बताते कहा कि आज देश के नौजवानों को भारती फौज खासकर वायु सेना में अधिक रुझान सराहनीय है। जंगी वायु सेना जहाज़ों के देश में निर्माण बारे पूछे जाने पर उन्होने कहा कि भारत सरकार द्वारा फ्रांस से राफेल ज़हाज खरीदे जा रहे हैं, जो बहुत ही उच-तकनीक से लैस हैं। भारती फौज में आधुनिक हथियारों, जंगी जहाज़ों व तकनीकों को शामिल किया जा रहा है। इस से भारत की ताकत और मज़बूत हो रही है। उन्होंने कहा कि एयर फोर्स स्टेशन हलवारा की वायु पट्टी से कारगो वायु उड़ान बारे निर्णय भारत सरकार एवं भारती वाय सेना द्वारा लिया जाएगा। एयर फोर्स स्टेशन द्वारा देश हेतु स्कीमों की सराहना करते कहा कि गत समय दौरान लड़ी गई 1965 व 1971 व कारगिल की लड़ाईयों में एयर फोर्स स्टेशन हलवारा की सेनाओं का बड़ा योगदान रहा है। इस अवसर पर उनके साथ कमांडिंग आफिसर ग्रुप के कैप्टन सतीश एस.पवार, 230 सिगनल यूनिट के स्टेशन कमांडर, ग्रुप कैप्टन एस.के. तृपाठी, ऐयर फोर्स हलवारा के प्रमुख एयर कमांडिंग डी.वी. खोट व वायु सेना के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।