भारत व स्वीडन रक्षा और सुरक्षा सहयोग करेंगे मज़बूत

स्टॉकहोम, 17 अप्रैल (भाषा) : भारत और स्वीडन ने रक्षा और सुरक्षा के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने का फैसला किया है। इसके साथ ही दोनों देश आपसी लाभ के लिए नवोन्मेष क्षेत्र में भागीदारी पर भी सहमत हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन की आज यहां हुई बैठक में इस बारे में सहमति बनी। इस बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में मोदी ने कहा कि यह चर्चा इस बात पर केंद्रित रही कि भारत की विकासयात्रा में स्वीडन किस प्रकार मदद कर सकता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों पक्ष नवोन्मेषी भागीदारी और एक संयुक्त कार्य योजना पर सहमत हुए हैं। उन्होंने कहा कि भारत और स्वीडन रक्षा उत्पादन और साइबर सुरक्षा सहित रक्षा और सुरक्षा क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। स्वीडन के प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर भारत को ‘‘वैश्विक ताकत’’ बताया और कहा कि दोनों देशों की ‘जोड़ी बहुत उत्तम ’’ है। उन्होंने कहा कि हरित प्रौद्योगिकी और स्मार्टशहरों के क्षेत्र में सहयोग को लेकर सक्रियता बढ़ी है। लोफवेन ने कहा कि भारत और स्वीडन सुरक्षा समझौते पर काम करने को सहमत हुये हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वीडन नरेश कार्ल 16 गुस्ताफ से भी मुलाकात की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दोनों देशों के संबंध समय के साथ उत्तरोत्तर प्रगाढ़ हुए हैं। कुमार ने ट््वीट किया, ‘‘समय के साथ ये संबंध अधिक प्रगाढ़ हुए हैं और इनमें व्यापक संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री ने स्वीडन के प्रधानमंत्री लोफवेन के साथ मुलाकात की।’’ कुमार ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर फलदायक बातचीत हुई। इससे पहले मोदी ने नरेश गुस्ताफ से भी मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को मज़बूत करने पर चर्चा की। मोदी उत्तरी यूरोप के चार अन्य देशों-फिनलैंड, नॉर्वे, डेनमार्क और आइसलैंड के नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे। कुमार ने ट््वीट कर जानकारी दी कि 10 घंटे में मोदी के 10 कार्यक्रम हैं। 
स्वीडन ने भारत की एनएसजी सदस्यता की मांग का समर्थन किया
वहीं स्वीडन ने भारत की परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह (एनएसजी) की सदस्यता की मांग का आज समर्थन करते हुए नई दिल्ली के वासेनार अरेंजमेंट एवं मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था समेत हाल में अंतर्राष्ट्रीय निर्यात नियंत्रण व्यवस्था में शामिल होने का स्वागत किया। स्वीडन के प्रधानमंत्री स्टीफन लोफवेन ने  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वार्ता के दौरान भारत को अपने देश का समर्थन देने की बात कही।