पाकिस्तान में लापता नौजवान भारत पहुंचा


अटारी, 24 अप्रैल (रुपिन्द्रजीत सिंह भकना): भारतीय सिख जत्थे में ननकाना साहिब में अचानक संदिग्ध अवस्था में गुम होने वाले भारतीय नागरिक अमरजीत सिंह (23) को आज वाघा-अटारी सीमा रास्ते भारत हवाले किया। दोनों देशों की सीमावर्ती सुरक्षा फोर्सों के बीच हुए समझौते के तहत बाद दोपहर वाघा-अटारी सीमा में पाकिस्तान रेंजर्स अधिकारी ने जैसे ही अमरजीत सिंह को सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी के हवाले किया तो उसको केन्द्रीय व प्रादेशिक खुफिया एजैंसियों ने अपने घेरे में ले लिया। उससे बंद कमरे में पूछताछ की गई। अमरजीत सिंह को लेने के लिए उसका परिवार प्रात: से अटारी रेलवे स्टेशन के बाहर बैठा हुआ था। पत्रकारों को अमरजीत के निकट भी नहीं फटकने दिया गया। अमरजीत सिंह पुत्र राजिन्द्र सिंह वासी गांव निरंजनपुरा ज़िला अमृतसर का रहने वाला है। भारतीय सिख जत्थे के गुरुद्वारा ननकाना साहिब पहुंचने पर अमरजीत का संदिग्ध अवस्था में गुम हो जाना पाकिस्तान सरकार के लिए बड़ी सिरदर्दी बना हुआ था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमरजीत सिंह जो गत कुछ माह से मलेशिया से देश लौटा था, की दोस्ती पाकिस्तान के शेखूपुरा वासी आमिद रियाज़ के साथ वाया फेसबुक हो गई थी जो उसको मिलने के लिए जत्थे के साथ अलग होकर शेखूपुरा चला गया।
अमृतसर, (सुरिन्दर कोछड़):  गांव निरंजनपुर के निवासी अमरजीत सिंह (24 वर्ष) को आज दोपहर 3.45 बजे पाकिस्तानी रेंजरों द्वारा बी.एस.एफ. के हवाले कर दिया।
भारत रवाना करने से पहले पाकिस्तान इवैकूई ट्रस्ट प्रापर्टी बोर्ड और पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा उसको गुलाब के फूलों के हार पहनाकर और सिरोपा देकर सम्मानित किया गया और यादगारी चिन्ह और मिठाईयों सहित अन्य उपहार भी दिए गए। इस अवसर पर ई.टी.पी.बी. के सचिव इमरान गौंदल, केयर टेकर अज़हर और पी.एस.जी.पी.सी. के सदस्यों सहित सतलुज रेंजर के अधिकारी मौजूद थे। अटारी वाघा सीमा पर अमरजीत सिंह ने बताया कि उसकी 5-6 महीने पहले ज़िला शेखूपुरा के आमर रज़ाक के साथ फेसबुक पर दोस्ती हुई थी और वह उसके घर पर ही ठहरा हुआ था।
वापसी समय अमरजीत सिंह ने हाथों में एक गुलाबी रंग का एक बड़े साईज़ का कागज़ पकड़ा हुआ था। जिस पर अंग्रेज़ी, उर्दू, गुरमुखी और हिन्दी में ‘धन्यवाद पाकिस्तान’ लिखा हुआ था। उसने बताया कि गिरफ्तार किए जाने के बाद भी उसको पाकिस्तानी पुलिस या खुफिया एजैंसी के अधिकारियों ने किसी प्रकार की कोई मारपीट नहीं की और न ही किसी किस्म की मानसिक परेशानी ही दी।