शहीदी दिवस के मौके पर 8 जून को पाकिस्तान पहुंचेगा जत्था


अमृतसर, 23 मई (सुरिन्द्र कोछड़): पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा लागू मूल नानकशाही कलैंडर के अनुसार गुरु अर्जुन देव जी के 16 जून को मनाए जा रहे शहीदी जोड़े मेले में शामिल होने के लिए भारतीय सिख श्रद्धालु 8 जून को पाकिस्तान पहुंचेंगे। आज दोपहर पाकिस्तान इवैकुई ट्रस्ट प्रॉपटी बोर्ड के डिप्टी सचिव सय्यद फराज़ अब्बास ने जानकारी देते हुए बताया कि शहीदी दिवस पर पाकिस्तान स्थित गुरुधामों की यात्रा के लिए भारत से आने वाले श्रद्धालुओं को 10 दिन का वीजा दिया गया है। जिसके चलते 8 जून को श्रद्धालु वाघा रेलवे स्टेशन से विशेष गाड़ियों द्वारा हसण अब्दाल स्थित गुरुद्वारा श्री पंजा साहिब की यात्रा के लिए रवाना होंगे। उसी रात्रि गुरुद्वारा साहिब पहुंचने के अगले दिन श्रद्धालुओं के पीर वली कंधारी के स्थान पर जाने के प्रबंध किए गए है। 10 जून को श्रद्धालु गुरुद्वारा जन्म स्थान श्री ननकाना साहिब के रवाना होंगे और स्थानीय गुरुद्वारा साहिबान के दर्शन करने के बाद 12 जून गुरुद्वारा सचा सौदा फारूखाबाद के दर्शन करेंगे। उन्होंने बताया कि सिख श्रद्धालुओं के लाहौर पहुंचने पर 16 जून को शहीदी दिवस के मौके पर पाठों के भोग डाले जाएंगे और अगले दिन 17 जून को जत्थे को वापिसी के लिए रवाना किया जाएगा। अब्बास ने बताया कि जत्थे की सुरक्षा को लेकर हसन अब्दाल, फारूखाबाद, नारोवाल, इमनाबाद, श्री ननकाना साहिब व लाहौर में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए जा रहे हैं।  प्राप्त जानकारी के अनुसार किरण वाला व अमरजीत सिंह के मामले के बाद इस बार शहीदी जोड़ मेले में पाकिस्तान के गुरुधामों की यात्रा के लिए देश-विदेश से पहुंच रहे श्रद्धालुओं की सुरक्षा और उनकी निगरानी के लिए गत वर्षों के मुकाबले कहीं ज्यादा सख्त प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि उक्त शहरों के गुरुद्वारों के अंदर और आने-जाने वाले रास्तों पर बड़ी सुरक्षा में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पाकिस्तान पुलिस व रेंजरों के साथ-साथ महिला कमांडर भी बड़ी संख्या में गुरुद्वारों के आस-पास तैनात रहेंगी।