प्रवासी मज़दूरों की 350 झुग्गियां जलकर राख


नूरपुर बेदी, 23 मई (मनदीप बाली): नूरपुर बेदी बस स्टैंड के समीप भारतीय थल सेना की ज़मीन पर गत लम्बे समय से अस्थाई रूप से रह रहे प्रवासी मज़दूरों की आज सायं करीब 4 बजे अचानक आग लगने के कारण 350 के करीब झुग्गियां जलकर राख हो गई इसके साथ ही झुग्गियाें के साथ लगती करीब 10 से अधिक दुकानों को भी आग ने अपनी लपेट में लिया देखते-देखते समूचा शहर काले धुएं में समा गया और एक के बाद एक एक करके करीब दर्जन धमाके भी हुए। जिससे अनुमान लगाया जा रहा है कि झुग्गियों में आग लगने के कारण वहां पड़े गैस सिलेंडर बलास्ट हुए है। उक्त झुग्गियाें में ज्यादातर प्रवासी मजदूर वह राजस्थानी बस्ती के थे। 
पुरुषों के कार्य पर गए होने के कारण झुग्गियों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। भयानक आग को देखते हुए पहले तो शहर वासियों को समझ नहीं आ रही थी क्या किया जाए मगर जब आग ने उघ्र रूप धारन करने लगी तो एकत्र हज़ारों लोगों ने आग बुझाने के यत्न शुरू कर दिए। उक्त भयानक आग ने 350 झुग्गियां के साथ कई दुकानों को भी अपनी चपेट में ले लिया, देखते ही देखते सब कुछ राख हो गया। 
भगदड़ के कारण कई परिवार बिछड़े जो बाद में मिले : प्रभावित हुए कई पीड़ित परिवार आग के कारण अपने बच्चों व सके सबंधियों से बिछड़ गए जो कई घंटे के बाद मिले इस अग्निकांड में हुई भी त्रासदी का अंदाजा इस से लगाया जा सकता है कि झुग्गियों में ब्लास्ट हुए गैस सिलेंडरों के परखचे 300-300 मीटर दूरी पर शहर के कई स्थानों से मिले।
जलकर राख हुई हमारी मेहनत के पैसे : पीड़ित : कई पीड़त परिवारों ने बताया कि इस आग में यहां हमारा घरेलू उपयोग वाला समान जलकर राख हो गया वहीं गेहूं के सीजन दौरान मकाई धन राशि व साल की मेहनत वह अनाज भी आग की चपेट में आ गया। उन्होंने कहा कि उक्त हादसा उन्हें जिंदगी भर याद रहेगा। उन्हाेंने कहा उनके द्वारा कमाई हज़ारों रुपये की राशि भी जलकर राख हो गई।
10 से अधिक दुकाने जलकर राख : इस आग के कारण यहां झुग्गियां जतकर राख हो गई वहीं साथ लगती कई दुकाने भी इस चपेट में आ गई कुछ दुकानदारों अपना समान बचा लिया जबकि कुछ का सभी समाज जलकर राख हो गया। 
स्पीकर राणा के.पी. सिंह ने एस.एस.पी को की हिदायत : उक्त घटना को गम्भीरता से लेते हुए पंजाब विधान सभा के स्पीकर राण के.पी. सिंह ने एस.एस.पी रूपनगर राज बचन सिंह को हिदायत की है कि वह पीड़ितों के लिए खाने और रहने का प्रबंध करे। जिस पर उन्होंने पुलिस स्टेशन के साथ लगते कुछ स्थानों पर उनके रहने का प्रबंध किया है। एस.जी.पी.सी ने भी श्री केसगढ़ साहिब से पीड़ितों के लिए लंगर का प्रबंध किया है।