ब्लड बैंक कैसे काम करते हैं ? 

‘दीदी, कुछ दिन पहले मेरे एक क्लासमेट के पापा का स्कूटर से एक्सीडेंट हो गया था, उन्हें ब्लड बैंक से लाकर खून चढ़वाना पड़ा। मैं सोच रहा हूं कि ब्लड बैंक में खून कहां से आता है, वह किस तरह से काम करते हैं?’
‘अनेक अस्पतालों में ब्लड बैंक होते हैं। इन बैंकों में हर प्रकार का ब्लड स्टोर किया जाता है।’
लेकिन वह आता कहां से है?
सब्र करो, वही बता रही हूं। जब एक यूनिट ब्लड की आवश्यकता होती है तो उसे बैंक से ले लिया जाता है। स्वस्थ लोग बैंक को रक्तदान करते हैं, इस्तेमाल किये गये ब्लड को रिप्लेस करने के लिए। मसलन, अगर किसी को बी पॉजिटिव ग्रुप के ब्लड की जरुरत है और उसके पास ओ पॉजिटिव का डोनर है, तो बैंक ओ पॉजिटिव ब्लड ले लेगी और अपने स्टोर से उसे बी पॉजिटिव ग्रुप का ब्लड दे देगी। कुछ लोग अपनी इच्छा से भी नियमित रक्तदान करते हैं, जो बैंकों में स्टोर किया जाता है।
ब्लड तो बहुत जल्दी जम या क्लॉट हो जाता है तो फि र वह बैंक में सुरक्षित कैसे रखा जाता है?
ब्लड को लगभग तीन सप्ताह तक रेफ्रीजरेटिड रखा जा सकता है। एक रसायन जैसे सोडियम सिटरेट इसमें क्लोटिंग को रोकने के लिए मिलाया जाता है।
जो ब्लड ट्रांसफ्यूजन किया जाता है, क्या उसमें पूरा रक्त चढ़ाया जाता है?
कभी-कभी ब्लड का केवल एक हिस्सा ही प्रयोग में लाया जाता है। ब्लड बहुत सारी चीजों से मिलकर बना होता है, जिसमें एक प्लाज्मा भी है, जो ब्लड का तरल हिस्सा होता है, इसे अकेले भी दिया जाता है। प्लाज्मा उस समय दिया जाता है जब लोग बुरी तरह जल जाते हैं।
क्यों ?
गंभीर जलने की स्थिति में बड़ी मात्रा में प्लाज्मा रक्त से निकल जाता है।
ब्लड के अन्य हिस्सों को भी क्या अकेले दिया जा सकता है?
केवल लाल रक्त कोशिकाओं का ट्रांसफ्यूजन कुछ एनीमिया के मामलों में किया जाता है।
वह क्या है ?
एनीमिया वह स्थिति है जब व्यक्ति में लाल रक्त कोशिकाएं बहुत कम हो जाती हैं या लाल रक्त कोशिकाओं में हेमोग्लोबिन बहुत कम होता है। एक यह बात ध्यान रखो कि स्टोर किये गये ब्लड का ट्रांसफ्यूजन 1918 से ही शुरू हुआ है जब वर्ल्ड वॉर फ र्स्ट के दौरान अमेरिकी डा. ओस्वल्ड रोबर्टसन ने घायल सैनिकों के उपचार हेतु इसे अपनाया था।

-इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर