दूध में मिलावट के विरुद्ध संघर्ष में मिल्कफैड द्वारा नए प्रयास तैयार 

जालन्धर, 19 जुलाई (अ.स.) : दूध बच्चों, नौजवानों के लिए पोषक तत्व समर्पित्त भोजन है, परन्तु दूध और दूध उत्पादों की मिलावट आजकल चिंता का विषय है और एक बड़ा मुद्दा है और मिलावट की पहचान के समय की मांग है। मिल्कफैड हमेशा खपतकारों को शुद्ध और स्वस्थ दूध उत्पादन देने के लिए वचनबद्ध है। दूध में मिलावट के खतरे की जांच में यह हमेशा एक अहम भूमिका निभाता है। मिल्कफैड ने एक कदम आगे बढ़ाते हुए, दूध में सुक्रोज, ग्लूकोज़, हाईड्रोजन पैरोक्साइड, न्यूट्रैलाईज़र, डिटजैंट्स, मालटोडकस्ट्राइन और यूरिया की मिलावट का तेज़ी से पता लगाने के लिए एनडीआरआई करनाल द्वारा विकसित स्ट्रिप आधारित तकनीक प्राप्त की है। दूध में मिलावट की जांच के लिए स्ट्रिपें अब ज़मीनी स्तर पर मुहैय्या करवाई जाएंगी। यह परीक्षण बहुत ही सरल है और बहुत ही शीघ्रता से किया जा सकता है। यहां यह जिक्र करना उचित है कि पंजाब राज्य में दूध खरीद अधिकारी सहमतियों से मिल्कफैड पंजाब और इससे संबंधित डेयरियां दूध की खरीद करती हैं। विभिन्न स्थानों पर इन स्ट्रिपों की उपलब्धता से यह विश्वास होगा कि केवल शुद्ध और गैर-मिलावटी दूध का प्रयोग किया जा रहा है। इस मौके पर बोलते हुए मनजीत सिंह बराड़, एमडी मिल्कफैड ने यह कहा कि ‘हम मिल्कफैड में हमेशा अपने खपतकारों को शुद्ध और क्वालिटी भरपूर उत्पादन प्रदान करने का प्रयास करते हैं। एनडीआरआई द्वारा विकसित स्ट्रिप आधारित तकनीक को दूध की प्रोसैसिंग और आगे के प्रयोग के लिए केवल सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले दूध का चयन करने में हमारी सहायता करेगी।’