देश में 15 नए अत्याधुनिकसुविधाओं से लैस टूल रूम बनेंगे : डा. पांडा

लुधियाना, 3 अगस्त (जुगिंद्र अरोड़ा): भारत सरकार के एम.एस.एम.ई. विभाग के सचिव डा. अरुण कुमार पांडा ने कहा कि देश अंदर 140 करोड़ रुपये की लागत से 15 नये अति आधुनिक सुविधाओं से लैस टूल रूम बनाने का फैसला किया गया है और जो देश अंदर 18 पहले ही टूल रूम स्थापित हैं, उन्हें भी अपग्रेड किया जायेगा। डा. पांडा ने यह प्रगटावा एम.एस.एम.ई. विकास केंद्र में उद्यमियों की भलाई के लिए ‘उद्यम विकास केंद्र’ का उद्घाटन करने मौके चयनित पत्रकारों से बातचीत करते हुए किया। डा. पांडा ने कहा कि कै्रडिट गारंटी ट्रस्ट फंड फार माइक्रो व स्माल इंटरपन्योर (सी.जी.टी.एम.एम.ई.) स्कीम तहत उद्यमियों को जो 1 करोड़ रुपये का बिना गारंटी के कर्जा दिलाया जाता था, उसकी सीमा बढ़ाकर 2 करोड़ रुपये कर दी गई है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों की गारंटी देने के लिए जो पहले 2500 करोड़ रुपये की राशि आरक्षित रखी गई थी, उसको बढ़ाकर 8 हजार करोड़ कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस स्कीम तहत साल 2017-18 में 19 से 20 हजार करोड़ रुपये के कर्जों पर गारंटी दी गई थी और अब साल 2018-19 में 40 हजार करोड़ रुपये के कर्जों पर गारंटी देने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री रोजगार उत्पत्ति प्रोग्राम (पी.एम.ई.जी.पी.) तहत जिन उद्यमियों को पहले सिर्फ 25 लाख रुपये का कर्जा मिलता था, उस योजना में सुधार कर 25 कर्जा लेकर समय रहते वापिस करने वाले को 1 करोड़ रुपये तक कर्जा 15 प्रतिशत सब्सिडी पर मिलेगा। इस स्कीम के लिए बजट 1000 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 1800 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जिसके तहत ही उन्हें अमृतसर, जालंधर, लुधियाना व मोहाली में उद्यमियों के साथ बैठक का प्रोग्राम बनाया है। उन्होंने कहा कि जो आज पंजाब में पहला एम.एस.एम.ई. विकास केंद्र लुधियाना में ‘उद्यम विकास केंद्र’ स्थापित किया है, ऐसे केंद्र पहले दौर में हर राज्य व उसके बाद देश के अन्य जिलों में भी स्थापित किये जायेंगे। इन केंद्रों में उद्यमियों को एक छत तले ही सुविधाएं प्रदान करना यकीनी बनाया जायेगा। इस मौके पीयूष श्रीवास्तव एडिशनल डिप्टी कमिशनर एम.एस.एम.ई., मेजर सिंह बुट्टर निर्देशक एम.एस.एम.ई., वी.के. शर्मा सैंटर इंचार्ज के.वाई.सी. चंडीगढ़, एस.एम. गोयल उद्योगिक सलाहकार पंजाब सरकार, परमजीत सिंह क्षेत्रीय प्रबंधक एन.एस.आई.ई.सी., डी.डी. महेश्वरी शाखा प्रबंधक, बरिंद्र सिंह नागी केंद्र प्रमुख, कुंदन लाल, शाहदूद आलम दोनों सहायक निर्देशक, एस.एस. रेखी फंक्शनल मैनेजर जिला उद्योग केंद्र आदि उपस्थित थे।