मनोरंजन का डबल डोज होता है डबल रोल

फिल्मों में डबल रोल वाली फिल्मों का चलन काफी पुराना है। 60 के दशक में जब देव आनंद ने फिल्मों में डबल रोल किया तो इस तरह की फिल्में काफी तेजी के साथ बनने लगीं। दिलीप कुमार अभिनीत ‘राम और शाम’ डबल रोल वाली फिल्मों के लिए टर्निंग प्वाइंट रही।
शुरुआत में जब डबल रोल वाली फिल्में आती थीं, तब दर्शकों को सहसा अपनी आंखों पर यकीन नहीं होता था लेकिन जैसे-जैसे टैक्नालोजी विकसित हुई डबल रोल वाली फिल्मों में और ज्यादा वैरायटी नज़र आने लगी। बात डबल से ट्रिपल पर आ गई। फिर एक ही कलाकार द्वारा 9 से 10,11 किरदार निभाने के भी रिकार्ड बने। ‘एन इवनिंग इन पेरिस’, ‘सच्चा-झूठा’, ‘सीता और गीता’, ‘अंगूर’, ‘अदालत’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘द ग्रेट गैम्बलर’, ‘अप्पू राजा’, ‘खुदा गवाह’, ‘चालबाज़’,‘सूर्यवंशम’, ‘किशन-कन्हैया’, ‘गोपी-किशन’, ‘करण-अर्जुन’, ‘जुड़वां’, ‘बुलंदी’, ‘डुप्लीकेट’, ‘कुछ खट्टी कुछ मीठी’ जैसी फिल्मों के ज़रिए डबल रोल को खूब भुनाया गया। इनमें से ज्यादातर फिल्मों ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन कुछ एक नाकाम भी रहीं। पिछले कुछ सालों में ‘ओम शांति ओम’, ‘धूम’, ‘रोबोटा’, ‘लव आजकल’, ‘कमीने’, ‘राउडी राठौर’, ‘क्रिश’, ‘धूम-3’, ‘एक्शन जैक्सन’, ‘हैप्पू न्यू ईयर’, ‘तनु वेड्स मनु रिटर्न्स’ और ‘बाहुबली’ जैसी फिल्मों ने फिर से डबल रोल वाली फिल्मों को रफ्तार दे दी।
इंडस्ट्री का हर छोटा-बड़ा कलाकार डबल रोल वाली फिल्में कर चुका है या कर रहा है। डबल रोल वाला फार्मूला दर्शकों के लिए मनोरंजन के डबल डोज की तरह साबित होता है। अपने चहेते कलाकारों को डबल रोल में देखना दर्शकों के लिए बेहद शानदार अनुभव होता है।
दिलीप कुमार, संजीव कुमार, अनिल कपूर, जैकी श्राफ, अजय देवगन, वैजयंती माला, मीना कुमारी, नर्गिस, नूतन, हेमा मालिनी, श्रीदेवी, पूनम ढिल्लों, राखी, सभी ने भी डबल रोल वाली फिल्में की हैं। अमिताभ ने ‘महान’ में 3, संजीव कुमार ने ‘नया दिन नई रात’ में 9 रोल एक साथ किए। ‘हद कर दी आपने’ में गोविंदा ने एक साथ 6 रोल किए थे।
अमिताभ बच्चन अब तक 11 से ज्यादा एक से अधिक रोल वाली फिल्में कर चुके हैं। गोविंदा ने 10 फिल्मों में डबल रोल किए हैं। शाहरुख ‘फैन’ के अलावा ‘करण अर्जुन’, ‘डुप्लीकेट’, ‘ओम शांति ओम’, ‘डॉन’ और ‘रावन’ जैसी फिल्मों में डबल रोल कर चुके हैं।
आमिर खान ने ‘धूम-3’ में पहली बार डबल रोल निभाया और फिल्म ने 500 करोड़ रुपए से अधिक की कमाई कर डाली। ऋतिक ने तो करियर की शुरुआत ही डबल रोल के साथ की। राकेश रोशन जानते थे इस तरह की लाचिंग बेटे के लिए फायदेमंद साबित होगी। ‘कहो न प्यार है’ में दो-दो ऋतिक पेश करते हुए जोखिम उठाया और कामयाब रहे। इनके अलावा सन्नी दयोल ‘भैयाजी सुपरहिट’, शाहिद कपूर ‘कमीने’, अक्षय कुमार ‘खिलाड़ी-786 और राउडी राठौर’ सहित कुल सात फिल्में,  सैफ अली खान ‘हमशकल्स’, ‘हैप्पी एंडिंग’, आमिर खान ‘धूम-3’, सलमान खान ‘प्रेम रतन धन पायो’, ‘सूर्यवंशी’, ‘करण-अर्जुन’ और ‘जुड़वां’ सहित 8 डबल रोल फिल्में कर चुके हैं। बिपाशा बसु की ‘आलोन’ और सन्नी लियोन की ‘मस्तीजादे’ और ‘एक पहली लीला’ डबल रोल वाली फिल्में थीं। साजिद खान की ‘हमशकल्स’ में पहली बार एक साथ तीन कलाकारों के ट्रिपल रोल थे। निर्देशक डेविड धवन की सुपर हिट फिल्में ‘आंखें’ में गोविंदा, कादर खान और राज बब्बर जैसे तीन-तीन कलाकारों के डबल रोल में थे। डबल रोल वाली फिल्में बनाने वाले निर्माता-निर्देशकों का आज भी डबल रोल के फार्मूले पर विश्वास कायम है। इस साल ‘मुबारकां’ में अर्जुन कपूर डबल रोल में दर्शकों को खूब पसंद आये। ‘ए जैंटलमैन’ में भी सिद्धार्थ मल्होत्रा गौरव और ऋषि के दो अलग-अलग अवतारों में थे। तापसी पन्नू और जैक्लीन फर्नांडीस की ‘जुड़वां-2’ में वरुण धवन प्रेम और राजा के डबल रोल में हैं।