ऊंचा हुआ भारतीय बैडमिंटन का स्तर

किसी समय दक्षिण एशियाई देशों की खेल मानी जाती बैडमिंटन की खेल में अब तक भारत का नाम अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर चमक रहा है। ओलम्पिक, राष्ट्र मंडल और एशियाई खेलों के साथ-साथ गत दिनों हुए भिन्न-भिन्न मुकाबलों तक भारतीय बैडमिंटन का यह स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। भारतीय बैडमिंटन के बढ़ते स्तर की ताज़ा मिसाल बीते दिनों उस समय मिली जब भारत की अपनी पेशेवर बैडमिंटन के आगामी सीजन के लिए खिलाड़ियों की बोली लगी और नीलामी का यह कार्य स्वयं में की रिकार्ड बना गया। भारतीय बैडमिंटन लीग का आयोजन भारतीय बैडमिंटन संघ की देख-रेख में होता है और बैडमिंटन  की खेल में यह दुनिया का अपनी किस्म का पहला आयोजन है, जो दुनिया के तमाम स्टार खिलाड़ियों को जोड़ता है। यह नीलामी खास ऐसे साबित हुई कि इसमें ओलम्पिक, रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधू, राष्ट्र मंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता सायना नेहवाल, चोटी के पुरुष खिलाड़ी किदाम्बी श्रीकांत और एच.एस. प्रणय को 80-80 लाख की राशि मिली। नीलामी के पहले दौर में 9 आइकॉन खिलाड़ियों को उतारा गया था। जिनमें सिर्फ एक को छोड़ कर बाकी आठ आइकॉन खिलाड़ियों को 80-80 लाख रुपए मिले और अच्छी बात यह है कि इन खिलाड़ियों में अधिकतर भारतीय ही हैं। इस नीलामी के द्वारा पी.वी. सिंधू, सायना नेहवाल, श्रीकांत और प्रणय जैसे चैम्पियन भारतीय खिलाड़ी ओलम्पिक विजेता स्पेन की केरोलिन मारीन, डेनमार्क के विश्व नं. 1 विक्टर एक्सेलसन, कोरिया के सुंग जी हिऊन और ली योग देई के साथ और उनके खिलाफ खेलते दिखेंगे। दुनिया के इन चोटी के खिलाड़ियों का भारत की इस लीग में खेलने के लिए स्वयं-अपना देना भी एक विशेष बात है. क्योंकि इनकी मौजूदगी भी भारतीय बैडमिंटन में और निखार लेकर आएगी। इससे भी ज्यादा उत्साह वाली बात यह है कि भारतीय बैडमिंटन लीग में वर्ष 2015 के बाद पहली बार नीलामी में सभी बड़े खिलाड़ी शामिल हुए हैं और इस वर्ष रिटैंशन यानी खिलाड़ी बरकरार रखने का नियम नहीं रखा गया। वर्ष 2015 में पहली बार हुई नीलामी में टीमों ने कई अहम खिलाड़ियों को अपने साथ जोड़ा था और आगे आने वाले सैशनों के लिए खिलाड़ियों को बरकरार भी रखा था, लेकिन इस वर्ष सभी खिलाड़ी नीलामी में शामिल किए गए। इस बार की नीलामी में कुल 145 खिलाड़ियों की बोली लगी और 23 देशों के खिलाड़ी नीलामी में शामिल हुए। यही बस नहीं लीग के आयोजकों ने आगामी सैशन के लिए भ्रष्टाचार रोको नीति बनाने के लिए आई.सी.सी. की एंटी क्रप्शन यूनिट के पूर्व प्रमुख रवि सवानी को अपना चीफ एंटी क्रप्शन ऑफ इंट्रीगिटी कमिश्नर नियुक्त किया है ताकि इस खेल की गरिमा को बरकरार रखा जा सके। यह सभी संकेत भारतीय बैडमिंटन के लिए अच्छे कहे जा रहे हैं, जिनके द्वारा बैडमिंटन का स्तर दिन-प्रतिदिन ऊंचा हो रहा है।