रेल हादसे में रेलवे को क्लीन चिट देना गलत : जाखड़़

अमृतसर, 22 अक्तूबर (गगनदीप शर्मा) : प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान व गुरदासपुर से लोक सभा सांसद सुनील जाखड़ ने यहां एक पत्रकार सम्मेलन दौरान कहा कि केंद्र सरकार जौड़ा फाटक दर्दनाक रेल हादसे की जाँच न करवाकर कैबिनट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को किसी साजिश में फंसाने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ सिद्धू ने कहा कि इस हादसे में अनाथ होने वाले बच्चों और उनके परिवारों के पालन-पोषण का खर्च वह खुद उठाने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि इस हादसे के बाद रेल विभाग अपनी ज़िम्मेदारी से भागता नजर आया है और दूसरी तरफ रेल बोर्ड के चेयरमैन अश्वनी लुहानी द्वारा 6 घंटों अंदर हादसे के लिए ज़िम्मेदार डी.एम.यू रेलगाड़ी के ड्राईवर को क्लीन चिट देना इस बात को साबित करता है कि केंद्र सरकार के इशारे पर किसे बचाया जा रहा है और जानबूझकर एक साजिश के तहत किसे फंसाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने इस बात की तरफ भी ध्यान करवाया कि रात के समय रेलगाड़ी के इंजर की लाईटें चालू होनी चाहिए लेकिन वीडियो से साफ पता चलता है कि डी.एम.यू के इंजन की हैड लाईट रात के समय खराब होने कारण बंद थी और इस वजह से उसे लोगों का हजूम नजर नहीं आया। हैडलाइट बंद क्यों थी यह भी जाँच का विषय है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि केंद्र सरकार के इशारों पर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन द्वारा हादसे के कुछ घंटों अंदर ड्राईवर को निर्दोष करार दे दिया गया। इसका सीधा मतलब यही है कि केंद्र सरकार इस मामले में पंजाब के कैबिनट मंत्री सिद्धू के साथ पुराना हिसाब बराबर करना चाहती है। इस हादसे पर वह बाकी राजनीतिक पार्टियों की तरह राजनीति करने नहीं आए। जाखड़ ने यह भी कहा कि रेलवे द्वारा जाँच न करवाकर शुरूआती दौर में ही सबूतों को नष्ट किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद सबसे पहले ड्राईवर की मैडीकल जाँच करवाई जानी चाहिए थी ताकि इस बात का पता लगाया जा सकता कि कहीं हादसे दौरान उसने नशा तो नहीं कर रखा था।  सोशल मीडिया पर डी.एम.यू की वायरल हुई वीडियो व हादसे के बाद ड्राईवर के सामने आए ब्यानों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि दोनों में कोई समानता दिखाई नहीं दे रही। ड्राईवर ब्यान दे रहा है कि उसने हादसे के वक्त इमरजैंसी ब्रेक मारी थी और रूकी भी थी। जबकि वीडियो में कहीं भी ऐसा कुछ नजर नहीं आया कि गाड़ी की रफ्तार कम करने या रोकने की कोशिश की गई हो। उन्होंने यह भी कहा कि ड्राईवर के ब्यानों में पथराव होने वाली बात भी गले से नहीं उतर रही क्योंकि वीडियो में कहीं भी लोगों द्वारा पत्थर नहीं चलाया गया।  दूसरी तरफ कैबिनट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने बोलते हुए कहा कि जब उन्होंने अमृतसर से पहली बार चुनाव लड़ा था तो यही बात बोली थी कि वह अब हमेशा के लिए अमृतसर के लोगों की सेवा करेंगे। उन्होंने कहा कि अमृतसर के लोगों ने हमेशा सिद्धू परिवार को सम्मान बख्शा है और अब उनकी बारी है कि वह इस सम्मान का हक अदा करें। उन्होंने कहा कि रेल हादसे के शिकार हुए परिवार उनके अपने परिवार हैं और हादसे में अनाथ हुए बच्चे उनके अपने बच्चे हैं। इन बच्चों को वह खुद पढ़ाए-लिखाएंगें और पीड़ित परिवारों की वह व उनकी पत्नी डॉ. सिद्धू खुद मरते दम तक आर्थिक सहायता करेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी परिवार का चूल्हा कभी बुझने नहीं दिया जाएगा और कोई परिवार भूखे पेट नहीं सोएगा।