पंजाबी सिनेमा की सफलता में एक और नाम जुड़ा फिल्म ‘भज्जो वीरो वे’ 

जालन्धर, 15 दिसम्बर (अ.स.) : पंजाबी सिनेमा की सफलता इस समय शिखर पर है। एक के बाद एक बेहतरीन फिल्मों के बनने का दौर जारी है। इस कड़ी में एक और नाम जुड़ गया है फिल्म ‘भज्जो वीरो वे’ का। रिदम ब्वायज तथा हेयर ओम जी प्रोडक्शन के बैनर तले बनी यह फिल्म आज 15 दिसम्बर  को रिलीज हुई। इस फिल्म में 1960 का समय दिखाया गया है। यह फिल्म शादियों बारे नहीं बल्कि उनकी कहानी दर्शाती है, जिनकी शादियां नहीं हुईं। यानि की फिल्म में कुंवारों की जिंदगी का वर्णन किया गया है। फिलम का विषय अलग तथा सीधा है। कुंवारे हमारे समाज का अहम अंग बन रहे हैं। बहुत से गायकों ने इन पर गीत भी गाये हैं। तथा अब अंबरदीप की कलम से निकल कर पन्नो तक पहुंची यह कहानी फिल्म बनी है। अगर फिल्म के कलाकारों की बात करें तो अंगरेज, लौंग लाची, अशके जैसी बेहतरीन फिल्में दर्शकों को प्रस्तुत कर चुके अंबरदीप फिल्म के निर्देशक भी हैं, लेखक भी हैं तथा मुख्य किरदार भी हैं। पक्को मिसरी का किरदार निभाने के बाद इस फिल्म में सिम्मी चाहल ने सुमित का किरदार निभाया है। इन कलाकारों के अतिरिक्त गुग्गू गिल, निर्मल रिशी, हैप्पी, पाली हाफ, हरदीप गिल, जाद ग्रेवाल, सुखविंदर राज ने अपना काम बहुत ही अच्छे ढंग से किया है। गुग्गू गिल जिस अवतार के लिए जाने जाते हैं उनका फिल्म भी वहीं झलक दिखायेगा। फिल्म में संगीत दिया है जतिंदर मान ने जिसे अमरिंदर गिल, सुरिंदर छिंदा, गुर शबद, बीर सिंह, गुरप्रीत मान ने अपनी खूबसूरत आवाज दी है। महिला की विशेषता इस फिल्म का प्रमुख विषय है। फिल्म का प्रचार बहुत जोर-शोर से नहीं किया गया, बावजूद इसके फिल्म को बहुत प्रोत्साहन मिला। रिदम व्वायज़ बारे यह रीति बन चुकी है कि वह फिल्म के प्रचार पर अधिक जोर नहीं देते परन्तु फिर भी फिल्म अच्छी कमाई करती है। फिल्म किसी भी पक्ष से कम नहीं चाहे वह कहानी हो, एक्टिंग हो या म्यूज़िक। कुंवारों के दुख को पर्दे पर दर्शाने में फिल्म सफल रही है।