आप्रेशन में की लापरवाही के कारण मोहाली के निजी अस्पताल को 18 लाख जुर्माना

संगरूर, 21 दिसम्बर (सत्यम्) : पंजाब स्टेट खप्तकार झगड़ा निवारण कमिशन ने मोहाली के एक प्राईवेट अस्पताल आई.वी.आई. तथा उसके डा. रमन सिंगला को आदेश दिया है कि संगरूर की पुष्प लता कांसल के अस्पताल में हुए ऑप्रेशन में हुई लापरवाही के कारण हुई मौत बदले मृतक महिला के पति सुभाष कांसल को 18 लाख रूपए मुआवजे में दिया जाएं। कमिशन के अध्यक्ष जस्टिस (सेवामुक्त) परमजीत सिंह धालीवाल तथा सदस्य राजिन्द्र कुमार गोयल ने अपने आदेश में कहा है कि पीड़ित द्वारा शिकायत करने से 23 जनवरी 2014 से अदायगी करने तक की तारीख तक 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज देने के साथ-साथ 22 हजार रूपए केस के खर्च के तौर पर भी अदा किए जाएं। फैसले में कहा गया है कि न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटड जिसने अस्पताल तथा डाक्टर का बीमा किया हुआ है। बीमा पालिसी की शर्तों अनुसार मुआवजे की अदायगी करे। बाकी बचता बकाया अस्पताल तथा डाक्टर द्वारा अदा किया जाए। सारी अदायगी फैसले की कापी मिलने से एक माह के अंदर-अंदर की जाए। मृतक महिला पुष्प लता कांसल के पति सुभाष कांसल निवासी संगरूर ने ‘अजीत समाचार’ को बताया कि उसकी पत्नी की बच्चेदानी में कुछ समस्या के कारण उसको 24 फरवरी 2013 को मोहाली के उक्त अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां उसकी बच्चेदानी निकालने के लिए लैपरोस्कोपिक ढंग से ऑपरेशन किया गया। छुट्टी करने समय ऑपरेशन करने वाले डाक्टर रमन सिंगला ने कहा कि ऑप्रेशन पूरी तरह सफल हुआ है परंतु ऑप्रेशन के बाद मरीज को कई समस्याएं आ गई, जिसके कारण मरीज को दोबारा 2 मार्च को अस्पताल दाखिल करवाया गया जहां फिर उा. रमन सिंगला ने ईलाज किया जिसके बाद छुट्टी दे दी गई परंतु हालत ठीक न होने पर पुष्प लता को डी.एम.सी. लुधियाला दाखिल करवाया गया जहां कोई सुधार न होने कारण उसको गुड़गांव के वेदाता अस्पताल में दाखिल करवाया गया। इसके बाद 15 जुलाई को पुष्प लता की मौत हो गई। शिकायतकर्ता ने कमिशन में शिकायत कर 45.50 लाख रूपए की मुआवजे की मांग करते कहा कि मोहाली के आई.वी.वाई. अस्पताल की लापरवाही कारण उसके लाखों रूपए खर्च हुए हैं तथा उसकी पत्नी की जान भी चली गई। सुनवाई दौरान अस्पताल के प्रबंधकों ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि उनके अस्पताल में ईलाज दौरान उत्तम सुविधाएं दी जाती हैं तथा सारा स्टाफ उच्च योग्यता प्राप्त है। ऑप्रेशन करने वाले डाक्टर रमन सिंगला ने कमिशन के आगे कहा कि लापरवाही का सवाल ही पैदा नहीं होता। अस्पताल में सफल ऑप्रेशन के बाद ही मरीज को छुट्टी दी गई थी। कमिशन के दोनों पक्षों के जबाव सुनने के बाद उक्त फैसला सुनाया है।