सऊदी अरब से भागकर आई रहाफ को थाइलैंड नहीं भेजेगा घर


बैंकाक, 8 जनवरी (इंट) : इस्लाम छोड़ने का दावा करने वाली 18 साल की लड़की रहाफ को थाइलैंड ने फिलहाल वापिस नहीं भेजने का निर्णय लिया है। रहाफ मोहम्मद का कहना है कि उसका परिवार उसे धर्म छोड़ने के कारण मार डालेगा और उसने यूनाइटेड नेशंस सहित कई अन्य संस्थाओं और देशों से अपने लिए सुरक्षित शरण की मांग की थी। एम. अल्कुनून को थोड़ी राहत मिल गई है। यूनाइटेड नेशंस हाई कमिश्नर फॉर रिफ्यूजी (यूएनएचसीआर) के तहत रहाफ को बैंकांक में रहने की अनुमति मिल गई है। थाईलैंड ने भी रहाफ को फिलहाल सऊदी नहीं भेजने की घोषणा की है। रहाफ ने ट्विटर पर अपने परिवार की सख्ती बरतने की कहानी शेयर की थी और कहा था कि अगर उसे वापिस भेजा गया तो परिवारवाले जान से मार डालेंगे। हमारे सहयोगी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया को रहाफ ने बताया था कि बैंकॉक वह परिवार से बचकर पहुंची और उसका इरादा ऑस्ट्रेलिया में शरण लेना का है। 
रहाफ को बैंकॉक से डिटेन किया गया था और उसका पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया था। हालांकि, यूएनएचसीआर के तहत बैंकॉक में रहाफ को उसका पासपोर्ट वापिस कर दिया गया है। रहाफ ने दावा किया था कि 2 साल पहले ही उसने इस्लाम छोड़ दिया है और वह नास्तिक है। उसके अमीर बिजनेसमैन पिता और परिवार के लोग उसके साथ बहुत सख्ती बरतते हैं और अगर उसे वापिस भेजा गया तो वह लोग उसे मार डालेंगे।