पटना साहिब में श्रद्धापूर्वक मनाया प्रकाश पर्व

पटना साहिब, 13 जनवरी : तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में आज साहिब-ए-कमाल श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी का 352वां प्रकाश पर्व शानो-शौकत के साथ मनाया गया, जिसमें विशेष तौर पर सेवा रतन श्री नितिश कुमार मुख्यमंत्री बिहार ने शिरकत की जिनको तख्त श्री हरिमंदिर साहिब के सिख साहिब ज्ञानी इकबाल सिंह ने सिरोपा देकर सम्मानित किया। इस दौरान मंत्री नंद किशोर यादव, मंत्री प्रमोद कुमार, प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष जत्थेदार अवतार सिंह हित, भाई महिन्द्र सिंह यू.के. वाले भी उपस्थित थे। तख्त साहिब में सजाए गए मुख्य पंडाल में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की हजूरी में संगत को सम्बोधित करते नितिश कुमार ने कहा कि सरबंसदानी श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी ने महज 42 वर्ष की उम्र में ही क्रांतिकारी, समाज सुधारक, मानवता, आदर्शों, सरोकारों तथा त्यागता की ऐसी मिसाल पैदा की जिसका शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता, ऐसे में उनको सौभाग्य प्राप्त हुआ है कि वह रहिबर का प्रकाश पर्व मना सकें। उन्होंने कहा कि पटना साहिब की भूमि का इतिहास गौरवमयी रहा है जहां श्री गुरु नानक देव जी, श्री गुरु तेग बहादुर साहिब तथा श्री गुरु गोबिन्द सिंह जी का चरणस्पर्श प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि 2 वर्ष पहले मनाए गए 350 प्रकाश पर्व के बाद बिहार में देश-विदेश से आए सिख भाईचारे का स्वागत जिस प्रकार से विभिन्न सम्प्रदायों से संबद्धता लोगों द्वारा किया गया उससे जहां आपसी भाईचारक साझ मज़बूत हुई, वहीं सद्भावना का माहौल बना है। उन्होंने कहा कि गत दिवस श्री गुरु नानक देव जी की चरणस्पर्श प्राप्त गुरुद्वारा राजगीर साहिब की नई इमारत का नींव पत्थर रखा गया था। उसका निर्माण 550 वर्षीय प्रकाश पर्व तक पूर्ण किया जाएगा जबकि गुरुद्वारा कंगनघाट साहिब में विशाल कम्युनिटी हाल बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब की शिक्षाएं अकेले सिख समाज के लिए नहीं, बल्कि प्रत्येक इंसान के लिए हैं। आई हुई संगत का धन्यवाद करते हुए नितिश कुमार ने कहा कि चाहे बिहार आर्थिक पक्ष से गरीब है परन्तु वैचारिक तथा मन का बहुत अमीर है जिसके लिए उनका मकसद नौजवान पीढ़ी को ऐसे प्रकाश पर्व मनाकर गुरु सिद्धान्त तथा फलसफे के साथ जोड़ना है। इस मौके पर मासिक पत्रिका  ‘गोबिंद प्रकाश’ तथा कैलेंडर लोकार्पण किया गया। इस दौरान अवतार सिंह हित ने आई हुई शख्सियतों तथा संगत का धन्यवाद किया। इस मौके इन्द्रजीत सिंह, गुरमीत सिंह, महिन्द्रपाल सिंह, हरपाल सिंह, तरलोचन सिंह, लखविन्द्र सिंह आदि प्रबंधक कमेटी के सदस्य उपस्थित थे। गुरुद्वारा बाल लीला मैणी संगत साहिब भी नतमस्तक हुए नितिश कुमार : इस दौरान मुख्यमंत्री श्री नितिश कुमार ने गुरुद्वारा बाल लीला मैणी संगत साहिब में माथा टेका। इस मौके संत बाबा कश्मीर सिंह कार सेवा भूरी वालों ने उनको सिरोपा देकर सम्मानित किया। वहीं नितिश कुमार ने संगत के साथ बातचीत करते हुए उनका अनुभव जाना। इस मौके पर शिरोमणि कमेटी सदस्य बावा सिंह गुसानपुरा, बाबा अवतार सिंह पत्तल, बाबा सुखविन्द्र सिंह, तलबीर सिंह गिल, भाई राम सिंह भिंडर, प्रो. सरदारा सिंह, नवतेज सिंह वेरका, पलविन्द्र सिंह, राणा मालक सिंह, अमरजीत सिंह आदि उपस्थित थे। गुरुबाणी के मधुर कीर्तन की लगाई छहबर : तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में अमृत समय 1.30 से 4.15 तक मर्यादा अनुसार श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश करने उपरान्त मुख्य पंडाल में हज़ूरी रागी भाई हरभजन सिंह द्वारा आसां दी वार का कीर्तन किया गया, जबकि भाई पिंदरपाल सिंह ने हुक्मनामा साहिब की कथा करते हुए संगत को इतिहास के साथ जोड़ा। इस मौके पर भाई विक्रम सिंह, भाई हरजोत सिंह जख्मी, भाई दविन्द्र सिंह खन्ने वाले, सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब के हज़ूरी रागी भाई गुरमीत सिंह, भाई गुरइकबाल सिंह, माता कौला जी भलाई केन्द्र वालों द्वारा इलाही बाणी के कीर्तन से संगतों को निहाल किया। संत समाज द्वारा करवाया गया गुरमति समारोह : तख्त साहिब के मुख्य पंडाल में बाद दोपहर संत समाज द्वारा गुरमति समारोह करवाया गया जिसमें भाई मोहिन्द्र सिंह प्रमुख गुरु नानक निष्काम सेवक जत्था यू.के., संत बाबा बचन सिंह कार सेवा दिल्ली वाले, संत बाबा प्रदीप सिंह बद्धनीकलां, संत बाबा बाला सिंह, संत करमजीत सिंह जगाधरी, संत बाबा सुखदेव सिंह नानकसर, संत बाबा डा. गुरनाम सिंह डरोली भाई, संत बाबा जोध सिंह निर्मल आश्रम, संत बाबा जोगा सिंह द्वारा संगत के साथ गुरमति विचारों की साझ डाली। कार सेवा भूरी वालों ने नितिश कुमार के पास अमृतसर से पटना साहिब की सीधी उड़ान की रखी मांग : इस मौके संत बाबा कश्मीर सिंह कार सेवा भूरी वालों ने संगत के दिन प्रतिदिन बढ़ रहे आगमन के मद्देनज़र श्री अमृतसर से पटना साहिब तक सीधी हवाई उड़ान शुरू करने की मांग रखी तथा कहा कि केन्द्र सरकार तथा प्रदेश सरकार को जल्द से जल्द हवाई सेवा शुरू करनी चाहिए ताकि सिख संगत आसानी से गुरु घर के दर्शन कर सके। पटना साहिब में आज भी सुशोभित हैं गुरु साहिबान की निशानियां : तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में आज भी गुरु साहिबान की विभिन्न निशानियां सुशोभित हैं जिनकी संगत प्रतिदिन दर्शन करती हैं जिसमें श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का वह पावन स्वरूप भी है जिस पर गुरु गोबिन्द सिंह जी ने तीर की नोक के साथ केसर से मूल मंत्र लिखा था। इसके अतिरिक्त पंगूड़ा जहां गुरु साहिब बचपन में बैठते थे, गुरु साहिब की छोटी तलवार, गुलेल की गोली, चार तीर, लोहे के 2 चक्कर, हाथी दांत का बना खंडा, खंजर, चंदन की लकड़ी का कंघा, 300 वर्षीय पुराना चोला, माता गुजरी जी का कुआं, एक इंच का सबसे छोटा श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पावन स्वरूप आदि शामिल हैं।