पैराफीन, सिंथैटिक वैक्स एवं टिटेनियम डाइऑक्साइड टूटे: मैंथा ऑयल मज़बूत

नई दिल्ली, 10 फरवरी (एजेंसी) : गत सप्ताह अधिकतर निर्माता कम्पनियों की विभिन्न प्रकार के वैक्स में बिकवाली का रुख बना रहा, जिसके चलते दिल्ली सहित अन्य मंडियों में पैराफीन, सिंथेटिक एवं रेसीड्यू वैक्स में मंदे का दौर बन गया। बाजारों में रुपए की तंगी से स्टॉकिस्ट बेचू आने लगे हैं, जिसके चलते अभी और बाजार घट सकता है। टिटेनियम डाइआक्साइड भी ग्राहकी कमजोर होने से चीन की दो रुपए किलो घट गयी। दूसरी ओर मैंथा ऑयल बहराइच सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश की मंडियों से हल्के माल कम आने से यहां सप्ताहांत में 30/35 रुपए किलो बढ़ गया। इस बार अधिकतर रिफाइनरी कम्पनियों में वैक्स का स्टॉक गत वर्ष की अपेक्षा अधिक बचा हुआ है। वहीं रुपए की तंगी से रसायन बाजार में भी व्यापार कम हो गया है। जिससे आलोच्य सप्ताह वितरक मंडियों में बिकवाली का प्रेशर बढ़ गया। दूसरी ओर व्यापारियों का स्थानांतरण होलम्बी कला हो जाने से पुरानी दिल्ली में पड़े माल तेजी से कारोबारियों ने निबटा दिये हैं, जिसके चलते दो/तीन रुपए गिरकर सिंथेटिक वैक्स 85/86 रुपए किलो रह गया। देशी व माइक्रो वैक्स माल में भी एक/दो रुपए की और गिरावट आ गयी। रेसीड्यू वैक्स के भाव भी बिक्री के अभाव में 500/1500 रुपए गिरकर 54/56 हजार रुपए प्रति टन रह गये। स्लैक वैक्स में भी बाजार काफी नीचे आ गये। वहीं मैंथा ऑयल, घटे भाव पर मैंथोल बोल्ड बनाने वाली कम्पनियों की अच्छी लिवाली चलने से 30/35 रुपए किलो की और तेजी आ गयी। यहां तेल 1745 रुपए बोल्ड 1990 रुपए एवं फ्लैक 1900 रुपए प्रति किलो हो गये। डीएमओ के भाव 67.50 प्रतिशत तेल की अपेक्षा बोला गया।