डेरा सिरसा का डिजीटल रिकार्ड संभालने पर आया 26 लाख खर्च

चंडीगढ़, 18 मार्च (सुरजीत सिंह सत्ती) : साध्वियों से दुष्कर्म के आरोपी राम रहीम को पंचकूला में इसी केस में सज़ा सुनाने उपरांत हुई हिंसक वारदातों दौरान डेरा सिरसा की तलाशी दौरान जांच एजेंसियों के हाथ लगे डिजीटल डाटा को संभालने के लिए 26 लाख रुपए का खर्च आया है। इस के बावजूद डेरे के कुछ डिजीटल उपकरण नई तकनीक के होने के कारण चंडीगढ़ सी.एफ.एस.एल. द्वारा डाटा नहीं निकाला जा सका। अब डी.जी.पी. सी.आई.डी. द्वारा इस डाटे को संभालने के लिए डिजीटल इंवैसटीग्रेशन ट्रेनिंग एंड हाईकोर्ट सैंटर गुरुग्राम की मदद ली जा रही है। यह तथ्य डीजीपी क्राईम पी.के. अग्रवाल द्वारा हाईकोर्ट में सुनवाई के दौरान दिए हलफनामे में पेश किए गए है।  हाईकोर्ट की हिदायत पर डेरे से मिले डिजीटल रिकॉर्ड का डाटा हासिल करने संबंधी रिपोर्ट दाखिल करते हुए अपने जवाब में उन्होंने कहा है कि सी.एफ.एस.एल. द्वारा डाटा संभालने के लिए 26 लाख रुपए खर्च आने का अनुमान बताया गया था और इस कारण सरकार से स्वीकृति लेकर ही यह खर्च किया जा सका है। उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट की हिदायत के अनुसार डाटा में से कुछ पर्याप्त रिकॉर्ड की कापियां निगम टैक्स व इनफोर्समैंट डायरैक्टर को भी दी गई है।