कांग्रेसी वर्कर बनाम बड़े नेताओं के ‘बेटे’

चंडीगढ़, 22 मार्च (विक्रमजीत सिंह मान) : प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टियों द्वारा हमेशा सार्वजनिक तौर पर अपने वर्करों को अपनी पार्टी की रीढ़ की हड्डी कहा जाता है, परन्तु जब पदों एवं किसी भी चुनाव में टिकटों के वितरण का समय आता है तो अकसर वर्करों को नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। हालांकि चुनाव राजनीतिक पार्टियों की परीक्षा होती है, परन्तु चुनाव भले ही विधानसभा की या लोकसभा की पार्टियां अपने वर्करों में जोश भर कर उनकी मेहनत के कारण ही चुनाव जीतने की रणनीति तैयार करती हैं। अब लोकसभा चुनाव सिर पर है और सभी राजनीतिक पार्टियों में पुराने निचले स्तर के कार्यकर्त्ता चुनाव जीतने के इच्छुक दिखाई दे रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस में भी एक-एक लोकसभा सीट से कईयों ने दावेदारी जताई है। 13 लोकसभा सीटों के लिए हालांकि कांग्रेस ने अभी अपने एक भी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है, परन्तु कई सीटों पर बड़े नेताओं को ‘बेटे’ सहित आम वर्करों ने भी टिकट के लिए दावेदारी पेश की है और वह टिकट की घोषणा से पहले ही अपने लोकसभा क्षेत्र में मतदाताओं से सम्पर्क बना रहे हैं। ‘अजीत समाचार’ द्वारा इस संबंधी कई लोकसभा क्षेत्रों के ऐसे आम वर्करों से बातचीत की गई, जिन्होंने टिकट के लिए आवेदन किया हुआ है, परन्तु उनको अपनी ही पार्टी को दिए लंबे समय के मुकाबले बड़े नेताओं के ‘बेटे’ उम्मीदवार के रूप में अधिक मज़बूत नज़र आ रहे हैं। श्री फतेहगढ़ साहिब से टिकट मांगने वाले एक कांग्रेसी नेता ने बातचीत करते हुए कहा कि वह 20 वर्ष से पार्टी से जुड़ा है परन्तु इस क्षेत्र से एक मंत्री के ‘बेटे’ द्वारा टिकट का आवेदन करने के कारण वह मतदाताओं से आधी उम्मीद से ही मिलजुल रहा है।
वर्णनीय है कि वन मंत्री स. साधू सिंह धर्मसोत ने अपने बेटे के लिए टिकट की मांग की है। इस तरह बठिंडा से टिकट के आवेदन देने वाले एक कांग्रेसी नेता ने कहा है कि वह बिना टिकट मिले लोगों से सम्पर्क बना रहा है, परन्तु जहां से स्वास्थ्य मंत्री ब्रह्म महिन्द्रा ने अपने बेटे के लिए लोकसभा की टिकट मांगी है, जिसके कारण उसको टिकट की उम्मीद कम ही नज़र आ रही है। इस तरह श्री आनंदपुर साहिब से पूर्व मंत्री जगमोहन सिंह कंग अपने बेटे के लिए टिकट के चाह्वान हैं और इस सीट के लिए मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कैप्टन संदीप संधू के नाम भी काफी चर्चा है जिसके चलते टिकट अप्लाई कर चुके कांग्रेसी वर्कर निराशा में बताए जा रहे हैं। इस तरह पूर्व मुख्यमंत्री राजिन्द्र कौर भट्ठल ने भी अपने दामाद के लिए श्री आनंदपुर साहिब से, गिल (लुधियाना) से, कांग्रेसी विधायक कुलदीप वैद ने अपने बेटे के लिए फरीदकोट से, पूर्व मंत्री स. इंद्रजीत सिंह ज़ीरा ने भी अपने और अपने बेटे के लिए लोकसभा टिकट की मांग की बताई जा रही है।