बेहतर भविष्य के लिए सक्रियता
ज़िला परिषदों और ब्लाक समितियों के हुए चुनावों में मतदाताओं ने भारी दिलचस्पी नहीं दिखाई। एक करोड़ 36 लाख मतदाताओं में मात्र 48 प्रतिशत ही मतदान हुआ था। परिणाम कुछ दिन के अंतराल के बाद ही आना था, इसलिए इस समय के दौरान राजनीतिक पार्टियां आने वाले परिणामों संबंधी अपने-अपने ढंग से अनुमान लगाती रहीं। इस चुनाव को सवा वर्ष से कम समय के बाद होने वाले विधानसभा चुनावों के साथ भी जोड़ कर देखा जाता रहा है। इस कारण भिन्न-भिन्न पार्टियों ने अपने-अपने ढंग से इनके लिए भारी तंत्र भी बनाया था। चुनावों के समय दौरान अनेक तरह के विवाद भी उठे थे। जहां विपक्षी पार्टियों द्वारा सरकारी पक्ष पर कई तरह के आरोप लगाए जाते रहे, वहीं आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस पूरे समय में चुनाव पूर्ण लोकतांत्रिक और पारदर्शी ढंग से करवाने के दावे भी किए थे, परन्तु इसके बावजूद विवादों का यह सिलसिला लगातार जारी रहा। इसके परिणामों संबंधी भी अलग-अलग प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
इसके बावजूद इन चुनावों में आम आदमी पार्टी को भारी जीत प्राप्त हुई है। कांग्रेस दूसरे पक्ष के रूप में उभरी है और अकाली दल (ब) ने भी अपने अच्छे अस्तित्व का प्रदर्शन किया है। कुछ ज़िलों में इसकी कारगुज़ारी प्रभावशाली रही है। पंचायत समितियों और ज़िला परिषदों के पिछले चुनाव वर्ष 2018 में हुए थे। उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी। उसे इन चुनावों में भारी जीत प्राप्त हुई थी। आम तौर पर स्थानीय चुनावों में शासन कर रही पार्टी का प्रभाव अधिक माना जाता है। लोग भी विकास फंडों की उम्मीद से स्थानीय सरकारों की चुनावों में प्राय: सत्तारूढ़ पक्ष को प्राथमिकता देते हैं, परन्तु अब के चुनावों में भाजपा और बहुजन समाज पार्टी भी चुनाव मैदान में उतरी हुई थीं, परन्तु उस बार उनकी उपस्थिति नाममात्र ही रही है। आम आदमी पार्टी का चुनाव परिणामों संबंधी यह दावा है कि उसे यह भारी जीत उसकी सरकार की ओर से विगत 4 वर्षों में किए गए अच्छे कार्यों के कारण प्राप्त हुई है और लोगों ने उनमें विश्वास प्रकट किया है। इसके साथ नि:संदेह आगामी विधानसभा चुनावों के लिए इस पार्टी का विश्वास और बढ़ा है।
दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजा वड़िंग ने इन चुनावों के परिणामों पर इसलिए सन्तोष प्रकट किया है, क्योंकि सभी प्रशासनिक सीमाओं के बाद भी कांग्रेस एक बड़ी पार्टी के रूप में उभरी है। उनके अनुसार इन चुनावों से विधानसभा के आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस के लिए अच्छी ज़मीन तैयार हुई है। इन चुनावों के बाद आगामी एक वर्ष में विधानसभा के चुनावों के दृष्टिगत सभी ही राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने स्तर पर नई योजनाबंदी करेंगी ताकि वे प्रदेश को अपने-अपने ढंग से बेहतर बनाने के लिए अपने विचार लोगों के समक्ष रख सकें।
हम सभी पार्टियों के विजेता उम्मीदवारों को शुभकामनाएं देते हैं और यह उम्मीद करते हैं कि वे आगामी समय में प्रदेश की बेहतरी के लिए अपना अच्छा योगदान डालने में समर्थ हो सकेंगे।
—बरजिन्दर सिंह हमदर्द

