मांएं अपने बच्चों का बर्ताव समझें  जया प्रदा 

जया प्रदा का डेब्यू टेलीविजन शो ‘परफेक्ट पति’ दर्शकों से कुछ तीखे सवाल करता है। क्या एक आदर्श बेटा एक आदर्श पति हो सकता है? क्या होता है जब एक नवविवाहित  लड़की को पता चलता है कि उसका पति वो इंसान नहीं है जिसकी वो उम्मीद कर रही थी।  जया प्रदा कहती हैं, ‘मुझे इस बात की खुशी है कि मैंने ‘परफेक्ट’ पति जैसे शो में अपना डेब्यू किया, जो एक मां की कहानी है और जिसमें सास को एक सकारात्मक रोशनी में दिखाया गया है।  यह जरूरी है कि मांएं अपने बच्चों का बर्ताव समझें और उनकी गलत बातों का समर्थन न करें। भारतीय समाज में सदियों से लड़कियों को संस्कारी बहू बनने के तौर-तरीके सिखाए जाते रहे हैं लेकिन लड़कों को अच्छे पति बनाने में हमारा समाज अक्सर नाकाम रहता है। लड़कियों को यह सिखाया जाता है कि वो हर हाल में अपने पति के साथ निभाएं और यहां तक कि उनकी ज्यादतियों को भी नज़रअंदाज करें। हर मां के लिए यह जरूरी है कि वो अपने बेटों को बचपन से ही ऐसे मूल्य सिखाएं कि वे औरतों और उनके चुनाव का सम्मान करें। मुझे इस बात की खुशी है कि  शो के जरिये यह संदेश दिया गया है।’