जून में मक्की में मंदे के आसार

नई दिल्ली, 11 मई (एजेंसी) बिहार में मौसम खराब होने से अप्रैल के तीन सप्ताह काफी उथल-पुथल वाले रहे। नई मक्की इस बार मौसम की वजह से 15 दिन लेट आई, उसके बाद भी रुक-रुककर बरसात व ओले से मक्की की मड़ाई तथा सुखाई दोनों न हो पाने से कारोबारियों को भारी परेशानी झेलनी पड़ी। एक तरफ सरकार द्वारा इंडेन्ट लगाने पर बाध्य किये जाने से शुरुआत में महंगी मक्की खरीदनी पड़ी तथा बाद में आवक बढ़ने पर लगातार मक्की टूटती चली गयी। मक्की की आवक देर से शुरू होने से मई में लगातार आवक बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि उत्पादन 50 लाख टन बिहार में होने का अनुमान है, जो पिछले साल से 4 लाख टन अधिक है। यही कारण है कि मोली बरवाला पहुंच में 2425 रुपए अप्रैल प्रथम सप्ताह में बिकने के बाद एक बार ऊपर में 2550/2600 रुपए बन गयी थी, लेकिन दूसरे पखवाड़े में जैसे ही आवक का दबाव बढ़ने लगा, यह लुढ़ककर पंजाब के लिए 2000/2025 रुपए तथा यहां 1950/1975 रुपए गोदामों से बोलने लगे हैं। बिहार की मंडियों में भी 1700/1750 रुपए मक्की वर्तमान में  रह गयी तथा राजपुरा पहुंच में 2000 रुपए में भी कोई लिवाल नहीं है। जून के महीने में यह पंजाब पहुंच 1650 रुपए एक बार बन सकती है।