जलियांवाला बाग नरसंहार- कैंटरबरी के बिशप वैलबी द्वारा कड़ी निंदा, माफी मांगी

अमृतसर, 10 सितम्बर (राजेश कुमार) : कैंटरबरी के प्रमुख (आर्क बिशप) जस्टिन पोर्टल वैलबी ने जलियांवाला बाग नरसंहार को एक दुष्टतापूर्ण व अमानवीय कृत्य करार देते हुए अपने तौर पर माफी मांगी है। भारत दौरे दौरान आज यहां पहुंचे जस्टिन वैलबी ने जलियांवाला बाग में शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान जस्टिन वैलबी ने कहा कि तत्कालीन ब्रिटिश सरकार ने सत्ता का दुरुपयोग करते हुए इस दुष्टतापूर्ण कृत्य को अंजाम दिया जो असहनीय और अमानवीय था। उन्होंने कहा कि वह राजनीतिक प्रतिनिधि के तौर पर नहीं बल्कि एक धार्मिक नेता के तौर पर इस घटना के लिए शर्मिंदगी महसूस करते हुए इसके लिए माफी मांगते हैं। 
श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक होकर अरदास की :इस मौके पर जस्टिन वैलबी अपनी पत्नी कैलोरीन वैलबी सहित श्री हरिमंदिर साहिब नतमस्तक होने पहुंचे। इस दौरान उनके साथ गुरु नानक निष्काम सेवा जत्था बर्मिंघ्म के मुखी भाई महिन्दर सिंह साथी भी मौजूद थे। इस अवसर पर उन्होंने गुरु घर माथा टेका और अरदास की। सूचना केन्द्र में शिरोमणि कमेटी की ओर से जस्टिन वैलबी और उनकी पत्नी को कमेटी सदस्य भाई राजिंदर सिंह मेहता, सचिव महिन्दर सिंह, बलविंदर सिंह तथा मैनेजर जसविंदर सिंह दीनपुर ने सिरोपा व स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया। इस मौके पर बातचीत दौरान कैंटरबरी प्रमुख ने कहा कि श्री हरिमंदिर साहिब प्रभु का घर है और यहां किसी तरह का भेदभाव नहीं है। उन्होंने शिरोमणि कमेटी द्वारा दिए सम्मान के लिए उनका धन्यवाद भी किया। उन्होंने श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के साथ मुलाकात भी की। ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि दुनिया में मानवीय समस्याओं के हल के लिए धार्मिक नेता बड़ी भूमिका अदा कर सकते हैं। इसलिए समय-समय पर सुख शांति के उद्देश्य को लेकर धार्मिक नेताओं की एकत्रताएं होती रहनी चाहिएं।