550वां प्रकाश पर्व राजनीति से ऊपर उठ कर पंथक मर्यादा से मनाएं: कैप्टन 

अमरजीत कोमल/ बलविन्द्र लाडी
सुल्तानपुर लोधी, 10 सितम्बर : छठे पातशाह गुरु हरगोबिंद साहिब द्वारा सृजन किए गए श्री अकाल तख्त साहिब को कोई भी चुनौती नहीं दे सकता, वह श्री अकाल तख्त साहिब जी का पूरा सम्मान करते हैं और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल द्वारा पंजाब सरकार व श्री अकाल तख्त साहिब को नजरअंदाज किए जाने संबंधी लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। यह शब्द पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने सुल्तानपुर लोधी में पत्रकारवार्ता दौरान कहे। उन्हाेंने कहा कि धर्म सदैव राजनीति से ऊपर है और धार्मिक कार्यक्रमों में राजनीति करने से परहेज करना चाहिए तथा गुरु नानक देव जी का 550वां प्रकाश दिवस सभी राजनीतिज्ञों को राजनीति से ऊपर उठ व पंथक मर्यादा अनुसार मिलजुल कर मनाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व संबंधी ऐतिहासिक शहर सुल्तानपुर लोधी में होने वाले कार्यक्रमों में पंजाब सरकार शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को पूरा सहयोग देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार शिरोमणि कमेटी के साथ संयुक्त तौर पर कार्यक्रम करवाने के हक में है और हर तरह का सहयोग देने के लिए तैयार है, परंतु पंजाब सरकार अपने तौर पर गुरुद्वारा साहिब के बाहर 550 वर्षीय प्रकाश पर्व संबंधी राज्य स्तरीय कार्यक्रम करवाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान सरकार को गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन दीदार करने वाले श्रद्धालुओं पर कोई भी जजिया लगाने का अधिकार नहीं है। बरगाड़ी मामले संबंधी सी.बी.आई. की भूमिका और राज्य सरकार के स्टैंड बारे पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार वही कर रही है, जिस संबंधी पंजाब विधानसभा में प्रस्ताव पास किया गया था। उन्हाेंने कहा कि अकाली दल केंद्र सरकार से मिलीभगत कर सी.बी.आई. पर दबाव बना बेअदबी मामलों को लटकाने का रास्ता अपना रही है। गैर कानूनी खनन संबंधी लगाए जा रहे आरोपों बारे मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार गैर कानूनी खनन को रोकने के लिए पूरी तरह प्रयत्नशील है। पंजाब के 6 विधायकों को अपने सलाहकार बनाने संबंधी पूछे एक प्रश्न के उत्तर में कैप्टन ने कहा कि ये बहुत अच्छा फैसला है और सलाहकारों की ये नई नियुक्तियां कुशल प्रशासकीय सेवाएं निभाने में बेहतर कदम साबित होंगी। मुख्यमंत्री सुल्तानपुर लोधी में पंजाब कैबिनेट की बैठक में भाग लेने आए थे, ने कहा कि गांव माछीजोआ में जहां सरकार की ओर से 550 वर्षीय प्रकाश पर्व संबंधी मुख्य समारोह करवाया जाना है, वहीं 22 हजार श्रद्धालुओं के बैठने की सामर्थ्य वाला पंडाल सजाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी के जीवन से संबंधित स्थानों पर पिछले 2 सालों से विकास कार्य युद्ध स्तर पर चल रहे हैं, जिन पर सरकार 400 करोड़ रुपये खर्च कर रही है और ये सभी कार्य 30 सितम्बर तक हर स्थिति में पूरे कर लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने ये भी बताया कि 550वें प्रकाश पर्व पर सुल्तानपुर लोधी आने वाले 35 हजार के लगभग श्रद्धालुआें ठहरने के लिए तीन टैंट सिटी बनाए जा रहे हैं, जिनमें लंगर हाल, जोड़ा घर, गठरी घर, गुसलखाने और पाखानों के अतिरिक्त अलग पार्किंग की भी व्यवस्था की गई है। 
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट मत्रियों सहित ऐतिहासिक गुरुद्वारा श्री बेर साहिब में माथा टेका, जहां पंजाब की पूर्व वित्तमंत्री डा. उपिंदरजीत कौर, शिरोमणि कमेटी की पूर्व अध्यक्ष और पूर्व मंत्री बीबी जगीर कौर, गुरुद्वारा साहिब के मैनेजर भाई सतनाम सिंह रियाड़ ने मुख्यमंत्री सहित समूह कैबिनेट मंत्रियों को सिरोपे भेंट किए। बाद में मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्रियों के साथ पंजाब सरकार की ओर से गांव माछीजोआ नजदीक जहां मुख्य समारोह करवाया जाना है, के पंडाल वाले स्थान, टैंट सिटी व अन्य विकास कार्यों का मौके पर जाकर निरीक्षण किया गया और उन्हाेंने अधिकारियों को ये सभी कार्य निश्चित समय में मुकम्मल करने के निर्देश दिए। 
इस अवसर पर वित्तमंत्री मनप्रीत सिंह बादल, पंजाब के ग्रामीण विकास और पंचायत मंत्री तृप्त रजिंदर सिंह बाजवा, साधु सिंह धर्मसोत, सुखजिंदर सिंह रंधावा, चरणजीत सिंह चन्नी, राणा गुरमीत सिह सोढी, ओ.पी. सोनी, गुरप्रीत सिंह कंग, सुखबिंदर सिंह सरकारिया, बलबीर सिंह सिद्धू, अरुणा चौधरी, रजिया सुलताना, विजय इंद्र सिंगला, भारत भूषण आशु, सुंदर शाम अरोड़ा, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रमुख सचिव सुरेश कुमार, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव तेजवीर सिंह, डी.जी.पी. पंजाब दिनकर गुप्ता, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग हुस्न लाल, प्रमुख सचिव आम राज प्रबंध के.ई.पी. सिन्हा, जालन्धर डिवीजन के कमिशनर बी-पुरुसार्था, डायरैक्टर सूचना और लोक सम्पर्क अनिदता मिश्रा, आई.जी. जालंधर नौ निहाल सिंह, कपूरथला के ज़िलाधीश इंजी: डी.पी.एस. खरबंदा, एस.एस.पी. सतिंदर सिंह विशेष तौर पर उपस्थित थे।