मौसम के बदलाव के बावजूद बिजली की खपत 10568 मैगावाट पर अटकी

पटियाला, 15 सितम्बर (जसपाल सिंह ढिल्लों) : पंजाब में इस समय चाहे मौसम बदल चुका है परंतु इसके बावजूद भादसों वाली उमस जारी है। मौसम के बदलाव के बावजूद इस समय बिजली की खपत का आंकड़ा 10568 मैगावाट पर अटका हुआ है। बिजली की खपत के कारण ही बिजली निगम को लहरा मुहब्बत व रोपड़ के थर्मल प्लांट के चार-चार यूनिट चलाने पड़े हैं। बिजली निगम के दोनों थर्मल प्लांटों के 8 यूनिटों से 1272 मैगावाट बिजली पैदा की जा रही है। इसमें गुरु हरगोबिंद साहिब थर्मल प्लांट के चार यूनिटों से 641 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इसी तरह रोपड़ के गुरु गोबिंद सिंह सुपर थर्मल प्लांट के चार यूनिटों से 631 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। बिजली निगम का कहना है कि बिजली की मांग के कारण ही उन्हें अपने दोनों थर्मल प्लांटों के यूनिट चलाने पड़े हैं। इसी तरह बिजली निगम को पन बिजली घर भी चलाए हुए हैं, जिनसे कुल 735 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। इस समय रणजीत सागर डैम के दो यूनिटों से 232 मैगावाट, अपरबारी दोआब कैनाल पन बिजली घर से 83 मैगावाट, मुकेरियां पन बिजली घर से 211 मैगावाट, आनंदपुर साहिब थर्मल प्लांटों के दो यूनिटों से 120 मैगावाट व हिमाचल प्रदेश के जोगिंदर नगर के शानण पन बिजली घर से 89 मैगावाट बिजली प्राप्त हो रही है। पंजाब स्थित निजी क्षेत्र के तीन थर्मल प्लांटों से कुल 2792 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है। यदि नवनिर्माण स्रोतों के आधार पर बिजली घरों पर नज़र डाली जाए तो इन बिजली घरों से 271 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है जिसमें सौर ऊर्जा के बिजली घरों से 236 मैगावाट व गैर सौर ऊर्जा के पन बिजली घरों से 35 मैगावाट बिजली पैदा हो रही है।