भाई राजोआना की मौत की सजा को उम्रकैद में बदलने का फैसला 

चंडीगढ़, 29 सितम्बर : केन्द्रीय गृह विभाग द्वारा मुख्यमंत्री पंजाब कै. अमरेन्द्र सिंह की मांग पर देश की विभिन्न जेलों में नजरबंद 8 सिख कैदियों एवं शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी की भाई बलवंत सिंह राजोआणा की सजा माफी सम्बन्धी याचिका को स्वीकृत करते भाई राजोआणा को फांसी की सजा उम्रकैद में तबदील करने का फैसला लिया है। केन्द्रीय गृह विभाग द्वारा इस संबंधी बाकायदा आदेश जारी कर दिए गए हैं, जबकि छुट्टियों के कारण पंजाब सरकार को इस संबंधी कोई लिखित सूचना अभी मिलनी शेष है। मुख्यमंत्री पंजाब द्वारा 14 सितम्बर 2019 को केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखकर देश की विभिन्न जेलों में नज़रबंद 9 टाडा कैदियों की रिहाई हेतु मांग रखी थी और केन्द्रीय गृह मंत्री को मिलकर भी प्रार्थना थी कि श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर उक्त कैदियों को रिहा किया जाए। राज्य सरकार द्वारा जिन 9 कैदियों की रिहाई की सिफारिश भेजी थी उनमें कर्नाटक की गुलबारग सैंट्रल जेल में नजरबंद भाई गुरदीप सिंह एवं यू.पी. की बरेली जेल में नज़रबंद भाई वरियाम सिंह के अतिरिक्त पंजाब में नाभा की सुरक्षा जेल में नज़रबंद भाई लाल सिंह, भाई दिलबाग सिंह एवं भाई शरन सिंह शामिल हैं जबकि अमृतसर की सैंट्रल जेल में भाई हरदीप सिंह एवं भाई बाज सिंह के अतिरिक्त लुधियाना सैंट्रल जेल में भाई सुबेग सिंह एवं पटियाला सैंट्रल जेल में नज़रबंद भाई नंद सिंह शामिल हैं। उक्त सारे कैदियों को आतंकवाद के दौर में गिरफ्तार किया गया था और इन पर टैरोरिस्ट डिसरिपटिव एक्टिविटी अधिनियम के अन्तर्गत केस बनाए गए थे और विशेष केन्द्रीय अधिनियम के अन्तर्गत इन केसों में सजा माफी सम्बन्धी फैसला भी केन्द्र सरकार ही ले सकती थी। यह सारे कैदी लगभग 20 वर्ष से ज्यादा की सजा पूरी कर चुके हैं जबकि कइयों की सजा 28 वर्ष से भी ज्यादा हो गई है। पंजाब सरकार को अभी इस संबंधी स्थिति स्पष्ट नहीं हो सकी कि केन्द्र द्वारा उनकी सिफारिशों में से किस एक कैदी की रिहाई संबंधी सिफारिश स्वीकृत नहीं की गई। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने आज अजीत समाचार को बताया कि हमें इस संबंधी केन्द्र से सूची कल प्राप्त हो सकेगी। वर्णनीय है कि पंजाब सरकार द्वारा भाई बलवंत सिंह राजोआणा का नाम अपनी सूची में शामिल नहीं किया गया था, जबकि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबन्धक कमेटी एवं अकाली दल उनकी सजा में कमी हेतु अलग तौर पर केन्द्रीय गृह विभाग को याचिका डाली हुई थी।
मुख्यमंत्री द्वारा राज्य सरकार की मांग स्वीकृत करने हेतु केन्द्र का धन्यवाद 
श्री गुरु नानक देव जी के 550 वर्षीय प्रकाश पर्व के सम्बन्ध में देश में 9 सिख कैदियों को विशेष माफी देने बारे राज्य सरकार के प्रस्ताव को स्वीकार करने हेतु केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद करते मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने आज रात्रि गुरुपर्व के ऐतिहासिक मौके पर मानवतावादी संदेश के रूप में 550 कैदियों को रिहा करने हेतु अपनी सरकार के फैसले की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने टाडा के अन्तर्गत कैदी जो अपनी सजा पूरी कर चुके हैं और इनकी रिहाई पंजाब या देश की अमन-शांति एवं सुरक्षा हेतु हानिकारक नहीं है, की रिहाई हेतु राज्य की पेशकश को स्वीकृत करने सम्बन्धी केन्द्र सरकार के फैसले की प्रशंसा की। 14 सितम्बर, 2019 को एक पत्र द्वारा मुख्यमंत्री ने श्री शाह को मानवीय आधार पर स्नेहपूर्ण कदम के रूप में राज्य सरकार के औपचारिक प्रस्ताव को स्वीकृत करने की अपील की थी।