गुरुद्वारा करतारपुर साहिब व पाकिस्तान की चैक पोस्ट की खूबसूरत इमारत तैयार

बटाला, 10 अक्तूबर  (काहलों ): करतारपुर साहिब गलियारे का काम 31 अक्तूबर से पहले पूरा कर लिया जाएगा। इसका वायदा भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है और उसके अलावा सीमा पर काम कर रही कम्पनियों द्वारा भी 87 फीसदी निर्माण कार्य पूरा किये जाने का दावा है। सीमा से आगे की ओर पाकिस्तान सरकार द्वारा ज़ीरो लाइन से टर्मिनल तक सड़क के निर्माण का काम मुकम्मल कर लिया गया है। सड़क के आसपास कांटेदार तार भी लगा दी गई है। पाकिस्तान द्वारा बनाई सड़क के दोनों ओर सुंदर बल्ब लगाए गए हैं। दूरबीन द्वारा देखने पर यह पता लगता है कि पाकिस्तान की ओर से कार्य लगभग मुकम्मल हो चुका है। पाकिस्तान की ओर धुस्सी नज़दीक बनाए गए टर्मिनल को सफेद रंग में रंग दिया गया है, जोकि भारत सीमा से साफ दिखाई देता है। नैशनल हाईवे अथारिटी आफ इंडिया द्वारा सड़कों का निर्माण जारी है, जिस पर 90 करोड़ रुपए खर्च आने की संभावना है। डेरा बाबा नानक के पास गांव मान से ज़ीरो लाइन तक लगभग साढ़े 3 किलोमीटर सड़क का काम मुकम्मल है, परन्तु शेष रहता हाईवे अभी निर्माण अधीन है। ज़ीरो लाइन तक भारत द्वारा मुख्य पुल का निर्माण कर लिया गया है। 
300 फुट ऊंचा तिरंगा लगाने की तैयारी
 डेरा बाबा नानक की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर लैंड पोर्ट अथारिटी आफ इंडिया द्वारा 300 फुट ऊंचा तिरंगा लगाने का काम चल रहा है। कोलकाता की स्किपर कम्पनी द्वारा तिरंगा लगाने का काम शुरू किया गया है। 
टर्मिनल की अधूरी इमारतें
गलियारे के निर्माण से पहले भारत द्वारा टर्मिनल का एक खूबसूरत नक्शा बनाया गया था, जो उस अनुसार देखा तो टर्मिनल का कोई भी भाग मुकम्मल नहीं है। अधूरी छत्तें हैं। यह छत्तें व थम्म चाहे कार्बोनेट धातु के विभिन्न कम्पनियों द्वारा तैयार किये ही रखे जा रहे हैं, परन्तु अंदरूनी भाग में अब तक कोई कमरा नहीं बनाया जा सका व न ही फर्श 1 नवम्बर तक बनने की उम्मीद है। जगह-जगह पर मिट्टी के ढेर लगे हैं। 
टैंट सिटी का काम ज़ोरों पर
 करतारपुर साहिब गलियारे द्वारा पाकिस्तान जाने वाले श्रद्धालुओं की रिहायश व  अन्य धार्मिक समारोहों के लिए डेरा बाबा नानक के पास निर्माण किये जा रहे टैंट सिटी का काम ज़ोरों पर जारी है। श्रद्धालुओं को वहां हर तरह की सुविधा दी जाएगी। इस टैंट सिटी में 5 हज़ार से अधिक श्रद्धालु रह सकेंगे।