उड़द-तुअर-मसूर-काबली चना में मंदा जारी : राजमा चित्रा में तेज़ी

नई दिल्ली, 9 फरवरी (एजेंसी): गत सप्ताह दली हुई दाल की बिक्री केवल 20 प्रतिशत रह जाने से दलहनों में दाल मिलों की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ गयी। वहीं आयातकों व स्टॉकिस्टों की चौतरफा बिकवाली आने से उड़द, तुअर, मसूर, काबली चना सहित सभी दलहनों में 300/400 रुपए प्रति क्विंटल का मंदा आ गया। देसी चना, मूंग, मोठ भी थोड़ा दब गये। वहीं चीन में आई कोरोना बीमारी से राजमा चित्रा 300/400 रुपए उछल गया। बाद में मुनाफावसूली बिकवाली से 100 रुपए की करेक्शन आ गयी। अनाजों में गेहूं, हरियाणा से आने वाले ट्रकों के भाड़े 10/15 रुपए प्रति क्विंटल बढ़ जाने से यहां भी 10 रुपए मजबूत बोला गया। मक्की भी स्टॉकिस्टों की लिवाली से 50 रुपए बढ़ गयी।आलोच्य सप्ताह मुम्बई में आयातकों की म्यांमार व कनाडा की आयातित दलहनों में चौतरफा घटाकर बिकवाली आ गयी। जिसके चलते वहां मसूर 300 रुपए टूटकर 4500 रुपए प्रति क्विंटल रह गयी। उसके प्रभाव से यहां भी कनाडा की मसूर 4925 रुपए से घटकर 4725 रुपए पर आ गयी। बिल्टी में भी इसी अनुपात में गिरावट पर 4800 रुपए का व्यापार सुना गया। दाल व मलका में भी 200/300 रुपए निकल गये। उधर यूपी, बिहार में छोटी मसूर व इसकी दाल 300/500 रुपए गिर गयी। इसके अलावा उड़द भी हाजिर स्टॉक की कमी के बावजूद सरकार द्वारा मंदे भाव में बिकवाली किये जाने के अंदेशे से  यहां उड़द 200/400 रुपए टूटकर एसक्यू 7950 रुपए एवं एफएक्यू 6750 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। इन भावों में भी कोई विशेष व्यापार नहीं हुआ। तुअर लेमन भी महाराष्ट्र के माल की दहशत बनने एवं दाल मिलों की मांग पूरी तरह ठंडी पड़ जाने से 4950 रुपए पर दबी रही। मूंग में भी 100/200 रुपए का मंदा आ गया, जबकि नागौर लाइन में आवक टूट जाने से वहां के कारोबारी बीकानेर व मेड़ता लाइन से सप्ताह के अंत में खरीदते सुने गये, जिससे यहां भी अंतिम दिन ठहराव आ गया। देसी चना भी डिब्बे में लगातार टूटने से यहां 4300 रुपए से घटकर 4225 रुपए रह गया। दाल के भाव भी 200 रुपए गिरकर 4650/4800 रुपए प्रति क्विंटल रह गये। काबली चने में भी  200 रुपए की गिरावट पर 4400/5500 रुपए भाव रह गये।