जनगणना के काम हेतु 65,000 गणनाकार व 11000 सुपरवाईज़र लगाए

लुधियाना, 27 फरवरी (कविता खुल्लर) : ज़िला व प्रभारी अधिकारियों के दो दिवसीय सिखलाई कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बचत भवन में डा. अभिषेक जैन, जनगणना आप्रेशन पंजाब ने आज स्पष्ट किया कि जनगणना 2021 के पर्यवेक्षकों और गिणतीकारों को उनके संबंधित क्षेत्रों (केवल उनके आम ड्यूटी वाले स्थान) में प्रतिनियुक्त किया जाएगा ताकि वे अपनी दिनचर्या को पूरा करते समय किसी भी समस्या का सामना न करते हुए जनगणना कार्य को सफलतापूर्वक कर सकें।  जिलाधीश प्रदीप कुमार अग्रवाल, नगर निगम कमिश्नर श्रीमती कंवल प्रीत कौर बराड़, ए.डी.सी. (जनरल) इकबाल सिंह संधू, सभी एस.डी.एम्ज सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। सिखलाई कार्यक्रम दौरान डा. अभिषेक जैन ने कहा कि सरकारी या अर्द्ध सरकारी क्षेत्रों में काम करने वाले अधिकारी जनगणना 2021 के बारे में अपनी ड्यूटी कार्य को करने से इनकार नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि राज्य में जनगणना के लिए लगभग 65,000 गिणतीकारों और लगभग 11,000 पर्यवेक्षकों (सुपरवाईजर) की प्रतिनियुक्ति की गई है। उन्होंने बताया कि उन्हें अपनी नियमित ड्यूटी के अलावा जनगणना का कार्य करना होगा और उन्हें इस हेतु मेहनताने रूप में अच्छी राशि का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि प्रत्येक गिणतीकार को 45 दिनों के समय में 120 घरों की जनगणना करनी होगी, जिसके लिए उन्हें मेहनताने के रूप में 25,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा। गिणतीकारों को मोबाइल एप्लीकेशन की सहायता से जनगणना कार्य करना होगा और यदि किसी कारण वे इस मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करने में विफल रहते हैं, तो उन्हें केवल मेहनतान की राशि 17500 रुपये का भुगतान किया जाएगा। इस बीच डॉ. अभिषेक जैन ने कहा कि जनगणना की तैयारियों के संबंध में राज्य के तीन क्षेत्रों मानसा, फिरोजपुर और लुधियाना के वार्डों में प्री-टैस्ट किया गया था और इस काम को 84 प्रतिशत से अधिक डिजिटल रूप से मोबाइल एप्लीकेशन की मदद से किया, वहीं 16 प्रतिशत कमी को इस जनगणना आप्रेशन के दौरान कवर किया जाएगा।  पहला चरण मई-जून 2020 (संभावित तिथि 15 मई  से 29 जून 2020 तक) में आयोजित किया जाएगा, जिसमें राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर को अपडेट करने के अलावा घरों की गिनती, सूची तैयार करना शामिल है।