वैटरनरी यूनिवर्सिटी के 10 वैज्ञानिकों की दो टीमों को कोरोना से लड़ने हेतु मैडीकल कालेजों में भेजा

लुधियाना, 21 अप्रैल (पुनीत बावा): गुरु अंगद देव वैटरनरी व एनीमल साईंसिज़ यूनिवर्सिटी (गडवासू) द्वारा नोल कोरोना वायरस-कोविड 19 से लड़ने ेक लिए तथा डाक्टरी भाईचारे की सहायता करने के उद्देश्य से अपने 10 वैज्ञानिकों की टीमें बनाकर राज्य के 2 मैडीकल कालेजों में भेजा है। गडवासू के रजिस्ट्रार डा. सुशील प्रभाकर ने बताया कि यूनिवर्सिटी के जो 10 वैज्ञानिकों ने राज्य के दो मैडीकल कालेजों में टीमों के रूप में भेजा गया है, वह वैज्ञानिक कोरोना वायरस के निरीक्षण संबंधी सुविधाओं में योगदान डालेंगे। सारे विश्व में कोरोना वायरस की महामारी एक चुनौती बन चुकी है तथा पंजाब उससे अछूता नहीं है। उन्होंने कहा कि 21 अप्रैल 2020 तक पंजाब में 245 कोरोना वायरस के मामले पाज़िटिव पाए गए हैं तथा इनमें से 16 मौतें भी हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने अब तक 6607 लोगों के टैस्ट किए हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन की सिफारिशों अनुसार जो दो विशेष टैस्टकरने ज़रूरी हैं, उसके लिए राज्य की समर्था को बढ़ाने के लिए वैटरनरी यूनिवर्सिटी के यह वैज्ञानिक अपनी सेवाएं देंगे। उन्होंने कहा कि वैटरनरी यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक कोरोना जांच करने में पूर्ण समर्थ हैं तथा यूनिवर्सिटी में वह बड़ी उन्नत प्रयोगशालाओं में पशुओं, मुर्गियों व मछलियों संबंधी यह जांच करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी मुहारत के कारण ही यूनिवर्सिटी देश की वैटरनरी यूनिवर्सिटियों में अग्रणी यूनिवर्सिटी है। यूनिवर्सिटी द्वारा भेजी टीमों में डा. रजनीश शर्मा, मुदित चन्द्रा, जे.एस. अरोड़ा, नीरज सिंह, हर्ष पवार तथा उमर खलील बाबा मैडीकल कालेज पटियाला में तथा मोहन जैरथ, दीपाली, जसप्रीत कौर व आस्था शर्मा मैडीकल कालेज अमृतसर में अपनी सेवाएं देंगे। यूनिवर्सिटी के उपकुलपति डा. अमरजीत सिंह नंदा ने कहा कि यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक यह कार्य करने के लिए पूरे समर्थावान हैं।यह हमारे वैज्ञानिकों के लिए गर्व की बात है कि विश्व विपता के समय में वह आगे बढ़ कर योगदान डाल रहे हैं।