सौन्दर्य समस्याओं का घरेलू समाधान

नाखूनों पर दाग
नाखूनों पर अक्सर नेल पेंट लगाने से पीले धब्बे पड़ जाते हैं। महिलाएं इसलिए नेल पेट रिमूव करने के बाद पुन: नया नेल पेंट लगा लेती हैं क्योंकि बिना पेट के नाखून गंदे दिखते हैं। नाखूनों को हैल्दी और धब्बे रहित रखने के लिए नाखूनों को कुछ समय के लिए बिना नेल पेंट छोड़ दें। दाग हल्के करने के लिए गर्म पानी में थोड़ा सिरका या डिटर्जेंट मिलाकर 2० मिनट तक नाखून उसे घोल में रखें। आपको लाभ महसूस होगा। दूसरा तरीका है नाखूनों पर नींबू का छिलका रगड़ें। इससे समस्या दूर हो जाएगी।
जब पड़ें कोहनी व घुटना काले
अक्सर हम कोहनी और घुटने की सफाई पर ध्यान कम देते हैं। जब कोहनी और घुटने का रंग अधिक काला लगने लगता है तो यह समस्या बड़ी लगती है। तब हम पूरी आस्तीन की कमीज और फुल लैंथ लोअर्स पहनना पसंद करते हैं ताकि हम उसे छिपा सकें। कोहनी और घुटने पर कालापन मृत त्वचा जमने के कारण आता है। अगर हम नहाते समय शरीर के इन अंगों को थोड़ा रगड़ कर साफ करें तो समस्या नहीं आती। 
इसका इलाज है उस स्थान पर नींबू रगड़ें। धोने के बाद उस पर तिल का तेल लगाएं। लाभ मिलेगा। शरीर के इन अंगों पर भी माश्चराइजर लगाते रहें ताकि रगड़ कर साफ करने पर त्वचा सख्त न हो और त्वचा में नमी बनी रहे।
आंखों के डार्क सर्कल्स
नींद पूरी न होने से, उचित आहार की कमी से और तनाव से आंखों के चारों ओर डार्क सर्कल्स अपना स्थान बना लेते हैं जिससे चेहरे की सुंदरता प्रभावित होती है। 
इन्हें दूर करने के लिए खीरे के टुकड़े काट कर प्रतिदिन आंखों पर 10 से 15 मिनट तक रखें या 10 मिनट के लिए टी बैग्स रखें। लाभ मिलेगा। आंखों के हल्के व्यायाम करें ताकि रक्त संचार सुचारू रहे। आंखें बंद कर उंगलियों के पोरों को हल्के-हल्के गोल गोल घुमाएं और आंखें बंद कर थोड़ा आराम करें।
जब पैरों पर हो टैनिंग
अक्सर हम पैरों को ढक कर नहीं रखते। चप्पल व सैंडिल में पैर खुले रहते हैं जिससे उन पर बाहरी वातावरण, धूप-मिट्टी का सीधा प्रभाव पड़ता है और पैरों पर टैनिंग हो जाती है।
इसका इलाज है प्रतिदिन नहाते समय पैरों की सफाई करें। इसके अतिरिक्त प्यूमिक स्टोन से इन्हें एक दिन छोड़ कर रगड़ें। बाद में सुखा कर माश्चराइजर लगाएं। रात्रि में भी पैरों को धोकर फुट क्र ीम से मालिश करें और आधा घंटे तक सूती जुराबें पहन कर रखें। बाहर जाते समय बंद जूते पहन कर जाने का प्रयास करें।
जब हो हाथों पर उम्र का असर 
जैसे जैसे उम्र बढ़ती है, पहला प्रभाव हाथों पर पड़ता है। नस नाड़ियां दिखाई देने लगती हैं और त्वचा ढीली पड़ने से झुर्रियां पड़ जाती हैं। सौंदर्य विशेषज्ञा के अनुसार हाथों पर प्रतिदिन माश्चराइजर लगाएं, हाथों और उंगलियों की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करें औ्रर धूप में निकलने से पहले एसपीएफ 15 वाला सनस्क्र ीन लोशन लगाएं। दिन में दो तीन बार हैंड लोशन लगाएं। 
जब बाल हों शुष्क
बाल शुष्क तब होते हैं जब हम बालों का सही ध्यान नहीं रखते। बस बालों को धोने के लिए शैंपू लगाना ही जानते है। शैंपू के बाद बालों की कंडीशनिंग भी अवश्य करनी चाहिए। शैंपू बालों को साफ कर इन्हें शुष्क बनाते हैं। बालों पर कम से कम कैमिकल्स का प्रयोग करना चाहिए। बालों पर हेयर ड्रायर का प्रयोग बहुत कम करें। बार-बार बालों को सेट भी न कराएं। इससे बाल अधिक शुष्क होते हैं।आलिव आयल और अंडे को मिलाकर हेयर मास्क लगाएं। 
सप्ताह में एक बार गुनगुने तेल की मालिश हल्के हाथों से करें। उस पर गर्म पानी से भीगा निचोड़ा तौलिया लपेटें और आधे घंटे बाद सिर हल्के शैंपू से धो लें। प्रदूषित वातावरण बालों पर बहुत प्रभाव डालता है जिससे बालों का गिरना शुरू हो जाता है। दूसरा कारण है पौष्टिक आहार की कमी, तीसरा कारण बालों में डैंड्रफ का होना, चौथा कारण तनाव और पांचवा वंशानुगंत भी हो सकता है। सप्ताह में दो बार नारियल तेल से बालों की मालिश करें। इससे ग्रोथ भी अच्छी होगी और बालों में प्राकृतिक नमी भी बनी रहेगी। (उर्वशी)