बांस फ्लोरिंग से घर को दें नया लुक 

 एक ऐसी हरी घास है जिसके विषय में हम काफी बात करते हैं। आजकल बैंबू से बने तरह-तरह के फर्नीचर लोगों द्वारा पसंद किए जाते हैं। कभी गरीबों लोगों की जेब के अनुकूल मानी जाने वाली यह लकड़ी आजकल बड़े-बड़े इंटीरियर डिजाइनर्स के लिए नए नए प्रयोग करने की चीज बन गयी है। आधुनिक तकनीक के द्वारा बैंबू का नए ढंग से हर प्रकार से इस्तेमाल किया जा रहा है। 
आजकल बैंबू फ्लोरिंग (बांस का फ र्श) में भी इसका काफ ी इस्तेमाल किया जाता है। आप इसे हरियाली से भरा फ र्श भी कह सकते हैं। इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है क्योंकि यह टिकाऊ और सस्ता होता है। बैंबू फ्लोरिंग, हार्डवुड फ्लोरिंग की तुलना में सख्त होती है हालांकि कई डीलर नर्म और लचीले बैंबू का इस्तेमाल फ्लोरिंग के लिए करते हैं जो बाद में सिकुड़ जाती है या टूट जाती है। कई फ्लोरिंग बनाने वाले बेहद टिकाऊ और मजबूत एल्यूमिनियम ऑक्साइड की तरह इसे मजबूती देते हैं लेकिन यह फ्लोरिंग के लिहाज से सही नहीं होता। जिस समय बैंबू उगाया जाता है थोड़े समय बाद इसके पौधे छोटे होते हैं, उस समय इसकी लकड़ी मुलायम होती है। अपरिपक्व बैंबू में पानी की मात्रा ज्यादा होती है। यदि इस बैंबू से फ्लोरिंग तैयार की जाती है तो यह सही ढंग से सूखती नहीं है। थोड़े समय बाद सूखती है। इसलिए बैंबू फ्लोरिंग करवाने के दौरान सावधानी से काम लें। इसके लिए सस्ते के फेर में न पड़े क्योंकि सस्ता बैंबू सूखने के बाद सिकुड़कर बदरंग हो जाता है। बैंबू फ्लोरिंग में बैंबू के टुकड़ों को जोड़ने के लिए गाेंद का इस्तेमाल किया जाता है।
बाजार में  फोरमेलडिहाइडी मुक्त बैंबू फ्लोरिंग भी होती है जो काफी महंगी होती है। दो तरह की बैंबू फ्लोरिंग बाजार में होती है। एक प्रकार की फ्लोरिंग में बैंबू के टुकड़ों को एक-दूसरे के साथ लडी के रूप में बुना जाता है और दूसरी कार्बोनाइज्ड बैंबू फ्लोरिंग होती है। बुनावट वाली फ्लोरिंग दूसरी फ्लोरिंग की तुलना में ज्यादा टिकाऊ होती है। इसके अलावा बैंबू की एक पीस के बोर्ड की भी फ्लोरिंग होती है। इस प्रकार की फ्लोरिंग के तहत बैंबू को ज्यादा तापमान पर उबालकर इसे दीमक और फंगस प्रूफ बनाया जाता है। इस प्रक्रिया में बैंबू से बने बोर्डों को एल्यूमिनियम ऑक्साइड की परत चढ़ायी जाती है। आजकल बाजार में कई किस्म की कार्बोनाइज्ड बैंबू फ्लोरिंग होती हैं। इस बात का ध्यान रखें कि जब बांस को उबालने की प्रक्रिया से गुजारा जाता है तो यह कमजोर हो जाता है इसलिए टिकाऊ बैंबू फ्लोरिंग के लिए इस विकल्प को न चुनें, भले ही इसमें आकर्षक रंग होते हैं लेकिन इस तरह की फ्लोरिंग केवल घरों के लिए सही होती है। कमर्शियल व्यवसायी इमारतों में यह कामयाब नहीं होती। बैंबू फ्लोरिंग से पहले अच्छी तरह इसके विषय में विस्तृत जानकारी हासिल कर लें।