नवाजुद्दीन सिद्दीकी मेरा सपना काफी हद तक पूरा हुआ है

नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ‘धूमकेतु’ अब बड़े पर्दे पर नहीं बल्कि सीधे तौर पर ओटीटी प्लेटफार्म पर रिलीज होने जा रही है।  इस कॉमेडी ड्रामा में  नवाजुद्दीन सिद्दीकी एक ऐसे गैर अनुभवी फिल्म लेखक के किरदार में नजर आएंगे जो अपने आसपास होने वाली घटनाओं से प्रेरणा लेकर अच्छी कहानियां लिखने की कोशिश करता है और एक दिन बॉलीवुड में अपनी एक अलग पहचान बनाने का ख्वाब देखता है।  2०21 नवाजुद्दीन सिद्दीकी के लिए काफी व्यस्त साल है क्योंकि वर्तमान में वह लंदन में एक थ्रिलर फिल्म ‘संगीन’ कर रहे हैं और जल्दी ही एक और फिल्म ‘जोगीरा सा रा रा’ की शूटिंग के लिए देश वापस आएंगे। मैं सुपर स्टार नहीं बल्कि एक अच्छा एक्टर बनने का का सपना लेकर यहां आया था और मुझे लगता है कि मेरा वह सपना काफी हद तक पूरा भी हुआ है। सुपर स्टार बनने का ख्वाब तो मैने कभी देखा ही नहीं क्योंकि ऐसा कोई ख्वाब मैं देखता, उसके पहली मेरी शक्ल मेरे सामने आ जाती थी।  नहीं, मैं इतने बड़े बड़े सपने सिर्फ इसलिए देखना नहीं चाहता, क्योंकि मुझे लगता है कि जैसे ही आपको अपने काम में निराशा मिलती है आप पीछे धकेल दिये जाते हैं।  अपनी यात्रा में आप कही पहुंचते हैं या नहीं, यह महत्वपूर्ण नहीं है। महत्वपूर्ण है सिर्फ यात्रा जारी रहना और मुझे खुशी है कि मेरी अभिनय यात्रा दो दशक से निरंतर जारी है। 
‘कामयाबी’ अलग चीज है और ‘खुशी’ अलग चीज होती है। कामयाबी कभी खुशी की गारंटी नहीं दें सकती। अगर ऐसा होता तो दुनिया के सबसे सफल लोग, सबसे ज्यादा खुश होते लेकिन ऐसा नहीं है। सफलता को निरंतर बनाये रखने का दबाव आपकी खुशियों को छीनने का काम करता है।  कभी-कभी तो किसी एक फिल्म में, सिर्फ एक सीन करने पर ही मुझे सच्ची खुशी  मिल जाया करती है। अनेक कारणों से अब तक में अनेक बार डिप्रेशन में जा चुका हूं लेकिन जब-जब इस डिप्रेशन के दौर से बाहर आता हूं, तब भी मुझे खुशी होती है।(अदिति)